Chaitanya Baghel Latest News: जेल में ही मनेगी भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य की दिवाली, ED कोर्ट ने इतने दिन बढ़ाई न्यायिक रिमांड

जेल में ही मनेगी भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य की दिवाली, Bhupesh Baghel's son Chaitanya will celebrate Diwali in jail and will remain there till October 24

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  • Publish Date - October 10, 2025 / 05:25 PM IST,
    Updated On - October 10, 2025 / 11:56 PM IST

Chaitanya Baghel Latest News. Image Source- IBC24

रायपुर। Chaitanya Baghel Latest News:  छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की विशेष अदालत ने बड़ा झटका दिया है। शराब घोटाले में अदालत ने उनकी न्यायिक रिमांड को बढ़ा दिया है, जिससे अब चैतन्य बघेल 24 अक्टूबर तक जेल में ही रहेंगे। ईडी की ओर से मामले की जांच के लिए और समय की मांग की गई थी, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद चैतन्य बघेल की न्यायिक हिरासत 24 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई। 

Chaitanya Baghel Latest News: बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग और शराब घोटाला मामले में 18 जुलाई को भिलाई निवास स्थान से गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक चैतन्य बघेल ने 16 करोड़ 70 लाख रुपए की अवैध कमाई को अपने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट मे इन्वेस्ट किया। आरोप है कि यह पैसा नगद में ठेकेदारों को भुगतान फर्जी बैंक एंट्री और फ्लैट खरीदी के बहाने से उपयोग कियावह त्रिलोक सिंह ढिल्लो के साथ मिलकर विट्ठलपुरम नामक परियोजना में फर्जी फ्लैट खरीद की योजना बनाकर 5 करोड़ हासिल करने के आरोप में भी घिरे हैं। इन फ्लैटों को त्रिलोक सिंह ढिल्लो के कर्मचारियों के नाम पर खरीदा गया था, लेकिन असली लाभार्थी चैतन्य ही थे। जांच में यह भी पाया गया कि चैतन्य ने इस घोटाले से जुड़े 1000 करोड़ से अधिक की अवैध धनराशि को हैंडल किया और इसे अनवर ढेबर और अन्य के माध्यम से छत्तीसगढ़ कांग्रेस के तत्कालीन कोषाध्यक्ष तक पहुंचाया गया। यह राशि बघेल परिवार के करीबी लोगों द्वारा आगे इन्वेस्ट के लिए प्रयोग की गई

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 3200 करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। इस घोटाले में राजनेता, आबकारी विभाग के अधिकारी, कारोबारी सहित कई लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था।