बीजापुर: Bijapur Naxal Encounter Update: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया है। सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में घुसकर ऑपरेशन सिंदूर के तहत 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है। इस कार्रवाई में लगभग 100 आतंकियों के मारे जाने की सूचना है। यह ऑपरेशन भारतीय सुरक्षा बलों की सटीक रणनीति और साहस का प्रतीक माना जा रहा है।
Bijapur Naxal Encounter Update: इसी बीच छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा से लगे कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में भी सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक ऑपरेशन चला रखा है। 16 दिनों से चल रही इस मुहिम के दौरान बुधवार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब सुरक्षाबलों ने 26 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया।
Bijapur Naxal Encounter Update: जानकारी के मुताबिक मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि रुक-रुक कर मुठभेड़ जारी है। ऑपरेशन में CRPF, STF, कोबरा कमांडो और DRG की टीमें संयुक्त रूप से हिस्सा ले रही हैं। दिल्ली से CRPF के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह खुद ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं, जबकि ADG नक्सल ऑप्स, CRPF IG और बस्तर IG भी मौके की स्थिति पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना द्वारा PoK में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए किया गया एक सर्जिकल स्ट्राइक ऑपरेशन था, जिसका उद्देश्य 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देना था।
"बीजापुर नक्सली मुठभेड़" में मारे गए लोगों की पहचान हुई है क्या?
अभी तक मुठभेड़ में मारे गए सभी नक्सलियों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। सुरक्षा बल कई वांछित कमांडरों की तलाश में जुटे हुए हैं।
"कर्रेगुट्टा मुठभेड़" में कौन-कौन सी सुरक्षा एजेंसियां शामिल थीं?
इस ऑपरेशन में CRPF, STF, कोबरा कमांडो और DRG की टीमें शामिल थीं, जो समन्वित रूप से नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कार्य कर रही हैं।
"पहलगाम आतंकी हमला" कब और कहां हुआ था?
यह हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुआ था जिसमें सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था।
"नक्सली मुठभेड़ बीजापुर" को लेकर आगे क्या रणनीति है?
सुरक्षा बलों द्वारा अभी भी इलाके में तलाशी अभियान जारी है और बड़ी नक्सली कमान को पकड़ने के लिए ऑपरेशन को आगे बढ़ाया जा रहा है।