Bilaspur Police Bribe Case || Image- IBC24 News file
Bilaspur Police Bribe Case: बिलासपुर: प्रदेश की न्यायधानी कहे जाने वाले बिलासपुर में न्याय को ताक में रखकर एक पुलिसकर्मी का रिश्वत वसूलते हुए सनसनीखेज वीडियो वायरल हुआ है। आरोपी जिले के पुलिस विभाग के पचपेड़ी क्षेत्र में प्रधान आरक्षक के तौर पर पदस्थ है। आरोपी हेड कॉन्स्टेबल गजपाल जांगड़े का रिश्वत लेते हुए वीडियो सामने आने के बाद बिलासपुर जिले के पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।
मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक पचपेड़ी थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक गजपाल जांगड़े क्षेत्र के एक गुंडा-बदमाश की सूची में शामिल शख्स के घर पहुंचे थे। आरोपी प्रधान आरक्षक ने उसके परिजनों को कहा था कि, अगर वह दो लाख रुपये की रिश्वत दे तो गुंडा-बदमाश के आरोपी को जेल नहीं भेजा जाएगा। हालांकि लेनदेन की रकम एक लाख रुपये में तय हुई थी। इसी रकम को लेने रिश्वतखोर प्रधान आरक्षक गुंडा-बदमाश के आरोपी के घर मानिकचौरी पहुंचा हुआ था। वह रकम की वसूली कर रहा था तभी किसी ने उसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। बहरहाल इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई की गई है, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
(वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि IBC24 नहीं करता है।)
Bilaspur Police Bribe Case: इसी तरह का एक दूसरा मामला सक्ती जिले के डभरा विकासखंड में सामने आया है। यहाँ के खंड चिकित्सा अधिकारी पर रिश्वतख़ोरी के आरोप लगे है। एसीबी यानी एंटी करप्शन ब्यूरों ने उन्हें घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एसीबी के इस कार्रवाई से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। फिलहाल एसीबी उन्हें गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है। दूसरी ओर जिले के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक बीएमओ यात्रा भत्ता बनाने के नाम पर स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ बाबू से करीब 15 हजार रुपये के वसूली कर रहे थे। जिसके बाद यह पूरी कार्रवाई सामने आई है।
गौरतलब है कि, पिछले सप्ताह के शुक्रवार को बिलासपुर में अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा रिश्वतखोरी के मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग में ACB टीम ने छापा मारा था। टीम ने सहायक ग्रेड-2 क्लर्क मनोज तोंडेकर को अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन राशि जारी करने के नाम पर 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
यह मामला बिल्हा क्षेत्र के निपनिया गांव के रहने वाले अभिलाष बर्मन से जुड़ा था जिसने साहू समाज की लड़की से अंतर्जातीय विवाह किया है। विवाह के बाद उसने अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन किया था। राशि जारी करने के बदले मनोज तोंडेकर ने 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी बाबू ने पहले अभिलाष को बार-बार कार्यालय के चक्कर लगवाए और बाद में दो लाख रुपए की राशि जारी करने के एवज में घूस की डिमांड की थी।
Bilaspur Police Bribe Case: दूसरी तरफ पड़ोसी जिले जांजगीर-चाम्पा की बलौदा पुलिस ने शराब पीने के लिए रुपये की मांग कर मारपीट करने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और सभी न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सभी आरोपी, बिरगहनी गांव के हैं। दरअसल, भागवत राठौर ने बलौदा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि जब वह कोलवाशरी गया था तो वहां युवकों नवीन रात्रे, रमन सांडे, सत्येंद्र जोशी, करूपाल सांडे और अजीत पाटले ने शराब पीने के रुपये की मांग की और नहीं देने पर उससे मारपीट की। रिपोर्ट पर पुलिस ने 5 आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
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