छत्तीसगढ़ की बात.. बंद की ललकार, कितनी सियासत, कितना सरोकार?

Chhattisgarh ki baat : हिंदू संगठनों के साथ बीजेपी नेता सड़कों पर उतरे और कन्हैया के हत्यारों को फांसी की सजा की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की

  •  
  • Publish Date - July 3, 2022 / 03:21 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:11 PM IST

रायपुर। उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की हत्या के विरोध में बवाल जारी है। आक्रोश की आग थमने की बजाय फैलती ही जा रही है। हत्याकांड के विरोध में आज छत्तीसगढ़ में भी बंद बुलाया गया। हिंदू संगठनों के साथ बीजेपी नेता सड़कों पर उतरे और कन्हैया के हत्यारों को फांसी की सजा की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। इधर कांग्रेस ने तंज कसा कि घटना के लिए बीजेपी की नुपूर शर्मा ही जिम्मेदार है।

यह भी पढ़ें: रेप केस में पूर्व विधायक का भाई गिरफ्तार, अन्य आरोपियों को पकड़ने पुलिस ने बिछाया जाल

उदयपुर में हुई घटना की आंच अब छत्तीसगढ़ पहुंच चुकी है। कन्हैयालाल की बर्बर हत्या के खिलाफ बीजेपी और अन्य हिंदू संगठनों ने छत्तीसगढ़ बंद बुलाया। राजधानी रायपुर में सुबह 6 बजे से ही बीजेपी नेता दल-बल के साथ सड़कों पर उतरे। बीजेपी को विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का साथ भी मिला..बंद का व्यापक असर दिखा. बाजार और दुकानें पहले से ही बंद थी। चाय-नाश्ते और सब्जी-ठेलों की कुछ दुकानें खोलने की कोशिश भी की गई तो उसे बंद करा दिया गया. यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय बस स्टैंड की दुकानों को भी खुलने नहीं दिया गया. बंद की लगभग ऐसी ही तस्वीरें बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, कवर्धा, धमतरी समेत लगभग हर जिले से आई।

यह भी पढ़ें:  Video viral : सड़क पर खतरनाक स्टंट दिखाना पड़ा महंगा, पुलिस ने सिखाया ऐसे सबक

इस बीच दुर्ग में भी नुपूर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर एक युवक को जान से मारने की धमकी दी गई है. डरे युवक ने कुम्हारी थाने में शिकायत कर सुरक्षा की मांग कर दी है. इसे लेकर भी बीजेपी प्रदेश सरकार पर हमलावर है।

हालांकि बीजेपी और दूसरे हिंदूवादी संगठनों के बंद के आह्वान को कांग्रेस ने नफरत की राजनीति बताई. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी को बाद बीजेपी को माफी मांगनी चाहिए, ना कि राजनीति करनी चाहिए।

उदयपुर हत्याकांड के विरोध में छत्तीसगढ़ बंद का व्यापक असर दिखा. बंद को मिल जनसमर्थन ने साफ कर दिया कि तालिबानी सोच और बर्बरता के हिमायती के खिलाफ समाज के छोटे से लेकर बड़े हर तबके में आक्रोश भरा है।

और भी है बड़ी खबरें…