Contract employees will be regularized! रायपुर। नियमितीकरण का इंतजार कर रहे छत्तीसगढ़ के 45 हजार संविदाकर्मचारी एक बार फिर सड़कों पर उतरने जा रहे हैं। मांग एक ही है और पुरानी है। 2018 के घोषणापत्र में किया वादा निभाए सरकार। प्रदेश के संविदा कर्मचारियों को नियमित करे, लेकिन इस बार प्रदर्शन का तरीका अनोखा है।
संविदाकर्मचारी कल यानि 24 सितंबर को नवा रायपुर में बारात निकाल रहे हैं, उसकी तैयारी आज से ही शुरू कर दी गई है। प्रदेशभर से कर्मचारी रायपुर पहुंचना शुरु हो गए हैं। धरना स्थल पर बाकायदा दूल्हे और बारातियों का साफा, दहेज के सामान और शादी की रश्म में काम आने वाले चीजें जुटाई गई हैं। कल हजारों कर्मचारी बारात निकालेंगे। दूल्हे होंगे वो खुद यानि अनियमितकर्मचारी, और दुल्हन होंगी नियमितीकरण, जिसे पाने वो सीएम हाउस कूच करेंगे। इसके लिए बाकायदा शादी के कार्ड्स भी छपवाए गए हैं। इनका कहना है कि उनकी दुल्हन सीएम के पास कैद है, उसे पाने ही वो कल बारात निकालेंगे।
इधर छत्तीसगढ में इमरजेंसी स्वास्थ सेवा 102 और 108 के करीब 700 कर्मचारी हड़ताल पर हैं, इसके चलते पूरे प्रदेश की ये सेवा चरमरा गई है। डायल 102 महतारी सेवा है, जिसमें प्रदेश के दूर दराज क्षेत्रों में भी गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए फ्री एंबुलेंस और डॉक्टर की सेवा मिल जाया करती है। जबकि, सड़क दुर्घटना, हादसा जैसे किसी भी इमरजेंसी में अस्पताल तक पहुंचने के लिए 108 की सेवा उपलब्ध होती है, लेकिन इन दोनों सेवाओं में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारी हड़ताल पर हैं।
इनका आरोप है कि नई ठेका कंपनी उनकी जगह दूसरे लोगों को रख रही है, उन्हें रखने के लिए 30 हजार से 1 लाख रुपये तक पैसे मांगे जा रहे हैं, जिसका कोई रशीद भी नहीं दिया जाता है। कंपनी के शोषण के खिलाफ ये सभी कर्मचारी तूता धरना स्थल पर धरना दे रहे हैं।
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2 hours ago