Durg Women Death News: छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पताल में नसबंदी के दौरान दो महिलाओं की मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला चौकाने वाला राज़

Durg Women Death News: छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पताल में नसबंदी के दौरान दो महिलाओं की मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला चौकाने वाला राज़

  • Reported By: Akash Rao

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  • Publish Date - November 12, 2025 / 06:14 PM IST,
    Updated On - November 12, 2025 / 06:44 PM IST

Durg Women Death News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • दुर्ग जिला अस्पताल में नसबंदी ट्रैजेडी
  • दो महिलाओं की मौत,
  • दवाओं में नहीं मिली कोई गड़बड़ी

दुर्ग: Durg Women Death Newsछत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला अस्पताल के प्रसूति विभाग में दो महिलाओं की नसबंदी के दौरान मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है। रिपोर्ट में दोनों की मौत का कारण आमाशय में पानी भर जाना बताया गया है। वहीं जांच समिति की रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ है कि लगाई गई इंजेक्शन और दवाओं में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं थी।

दुर्ग अस्पताल में नसबंदी हुई खतरनाक (Durg District Hospital News)

अब पूरे मामले में आगे की कार्यवाही टेक्निकल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही संभव होगी। तीन दिन पहले दुर्ग के बजरंग नगर निवासी पूजा यादव और सिकोला भाटा निवासी किरण यादव को दुर्ग जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। किरण यादव की डिलीवरी के बाद नसबंदी की प्रक्रिया की गई थी जबकि पूजा यादव केवल नसबंदी के लिए भर्ती थीं।

दो महिलाओं की मौत (Durg sterilization deaths)

Durg Women Death News:  दोनों महिलाओं की मौत पर परिजनों ने डॉक्टर की लापरवाही का आरोप लगाया था। इस पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए जांच समिति का गठन किया था। बताया गया कि उस दिन कुल 9 महिलाओं की नसबंदी की गई थी जिनमें से बाकी 7 महिलाएं स्वस्थ हैं।

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दुर्ग जिला अस्पताल में "नसबंदी मौत" का कारण क्या बताया गया है?

A1: पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, दोनों महिलाओं की मौत का कारण आमाशय में पानी भर जाना बताया गया है।

"दुर्ग नसबंदी मामले" में क्या किसी दवा या इंजेक्शन की गड़बड़ी पाई गई?

A2: जांच समिति की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि लगाई गई इंजेक्शन और दवाओं में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं थी।

दुर्ग में "नसबंदी मौत" मामले की आगे की कार्यवाही कैसे होगी?

A3: आगे की कार्रवाई टेक्निकल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही संभव होगी, जिससे घटना के सभी पहलुओं की निष्पक्ष जांच की जा सके।