CG Dhan Kharidi News: छत्तीसगढ़ के धान खरीदी केंद्रों में बदइंतज़ामी का आलम, कहीं शुरू ही नहीं हुई खरीदी, खुद सुनें परेशान किसानों की व्यथा…

गरियाबंद जिले के पांच धान खरीदी केंद्र ऐसे हैं जहां अब तक धान खरीदी प्रारंभ नहीं हो पाई

  • Reported By: Farooq Memon

    ,
  •  
  • Publish Date - November 24, 2025 / 01:19 PM IST,
    Updated On - November 24, 2025 / 01:21 PM IST

cg dhan kharidi news/ image source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • गरियाबंद जिले के 5 धान खरीदी केंद्र अब तक चालू नहीं हुए हैं।
  • जिले के अन्य 85 केंद्रों में बीते 8 दिनों में 1,58,000 क्विंटल धान की खरीदी हुई।
  • कल तक 83,000 किसानों ने पंजीकरण कराया।

CG Dhan Kharidi News: गरियाबंद: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के धान खरीदी केंद्रों में इस वर्ष किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिले के पाँच ऐसे धान खरीदी केंद्र हैं जहां अब तक धान खरीदी प्रारंभ नहीं हो पाई है, जबकि जिले के अन्य 85 धान खरीदी केंद्रों में बीते आठ दिनों में किसानों ने कुल 1,58,000 क्विंटल धान बेचा है। वहीं, कल किसानों ने 83,000 पंजीकरण कराए। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पंजीकरण की बढ़ाई गई तिथि के अनुसार किसान 25 तारीख तक धान बेचने के लिए पंजीयन कर सकते हैं।

किसानों ने सुनाई अपनी व्यथा

CG Dhan Kharidi News: धान खरीदी केंद्रों पर पहुँचने वाले किसानों ने अपनी समस्याओं का खुलकर ज़िक्र किया। किसानों का कहना है कि टोकन प्राप्त करने में लगातार परेशानियाँ आ रही हैं। कई किसानों को टोकन काटने के 8 दिन बाद की तारीख मिल रही है, जिससे उन्हें धान बेचने में कठिनाई हो रही है। इसके अलावा, खरीदी केंद्रों पर फटे हुए बारदाने दिए जा रहे हैं, जो किसानों के लिए अतिरिक्त परेशानी का कारण बने हैं।

एक अन्य गंभीर समस्या यह है कि नए भर्ती किए गए कर्मचारी केवल कुछ घंटे की ट्रेनिंग प्राप्त कर केंद्रों पर काम कर रहे हैं। इसके कारण कर्मचारियों का ज्ञान आधा अधूरा है और धान की सही तरीके से खरीदी नहीं हो पा रही है। किसान इस धीमी प्रक्रिया से परेशान हैं और उनका कहना है कि धान बेचने में देरी से उनकी फसल के उचित मूल्य पर बिक्री प्रभावित हो सकती है।

कर्मचारियों की हो रही भारी कमी

CG Dhan Kharidi News: धन्यवाद और उचित व्यवस्था की आवश्यकता पर जोर देते हुए किसान यह भी कह रहे हैं कि खरीदी केंद्रों पर उचित दिशा-निर्देश, प्रशिक्षित कर्मचारी और पर्याप्त संसाधनों की कमी के कारण प्रक्रिया सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। धान खरीदी केंद्रों की यह स्थिति प्रशासन के लिए एक चुनौती बनी हुई है। किसानों का आग्रह है कि प्रशासन जल्द ही इन समस्याओं का समाधान करे ताकि खरीदी केंद्रों पर धान की खरीद प्रक्रिया तेज, पारदर्शी और सुविधाजनक तरीके से हो सके।

इन्हें भी पढ़ें :-

गरियाबंद जिले में धान खरीदी कब शुरू होगी?

जिले के अधिकांश केंद्र चालू हैं, लेकिन 5 केंद्रों में अभी तक धान खरीदी प्रारंभ नहीं हुई है।

धान बेचने के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि क्या है?

पंजीकरण की बढ़ाई गई तिथि के अनुसार किसान 25 नवंबर 2025 तक पंजीकरण कर सकते हैं।

किसानों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है?

किसानों ने टोकन लेने में देरी, फटे बारदाने, अधूरी ट्रेनिंग वाले कर्मचारी जैसी परेशानियों की बात कही है।