Gariaband News : वाट्सएप ग्रुप में सरकार को लेकर ऐसी बातें लिख बैठे संकुल समन्वयक, पता चलते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप, अब प्रशासन ने लिया ये बड़ा एक्शन

गरियाबंद में प्रशासन के खिलाफ सोशल मीडिया पर अमर्यादित टिप्पणी करने पर चार संकुल समन्वयकों को तत्काल पद से हटा दिया गया। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद कलेक्टर ने सख्त कार्रवाई की।

  •  
  • Publish Date - November 17, 2025 / 10:36 PM IST,
    Updated On - November 17, 2025 / 11:08 PM IST

Gariaband News

HIGHLIGHTS
  • सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी मामले में 4 संकुल समन्वयक पद से हटाए गए
  • जांच में आरोप सही पाए जाने पर समूह एडमिन पर भी कार्रवाई
  • कलेक्टर ने कर्मचारियों को चेताया—अमर्याद टिप्पणी पर होगी कड़ी कार्रवाई

Gariaband News गरियाबंद: प्रशासन के खिलाफ अनुचित और अमर्यादित टिप्पणी करना गरियाबंद जिले के चार संकुल समन्वयकों को भारी पड़ गई। कलेक्टर ने चारों पर एक्शन लेते हुए पद से कार्यमुक्त कर दिया है। पूरा मामला छुरा विकासखंड का है।

Gariaband News मिली जानकारी के अनुसार चारों संकुल समन्वयकों पर शैक्षिक सोशल मीडिया समूह में शासन-प्रशासन के खिलाफ अभद्र टिप्पणी पोस्ट की गई थी। मामले की जानकारी मिलते ही जिला मिशन समन्वयक शिवेंद्र शुक्ला ने त्वरित जांच के निर्देश दिए।जांच में आरोप सही पाए जाने पर संबंधित चारों संकुल समन्वयकों सहित एक समूह एडमिन को भी जिम्मेदार ठहराते हुए पद से मुक्त कर दिया गया।

कलेक्टर ने दी शासकीय कर्मचारियों को चेतवानी

Gariaband News घटना के संज्ञान में आने पर, कलेक्टर भगवान सिंह उइके ने सभी शासकीय कर्मचारियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि शासन एवं प्रशासन के विरुद्ध सोशल मीडिया पर की गई किसी भी प्रकार की अमर्याद टिप्पणी पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। इस चेतावनी ने जिले के शिक्षा तंत्र में स्पष्ट संदेश दिया है कि सोशल मीडिया पर अनुचित टिप्पणी सरकारी सेवा आचरण नियमों का गंभीर उल्लंघन है, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

यह भी पढ़ें

 

संकुल समन्वयकों पर कार्रवाई क्यों हुई?

उन्होंने एक शैक्षिक सोशल मीडिया ग्रुप में शासन-प्रशासन के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणियाँ की थीं।

जांच किसने कराई?

जिला मिशन समन्वयक शिवेंद्र शुक्ला ने तत्काल जांच करवाई।

कलेक्टर ने क्या चेतावनी दी?

कलेक्टर भगवान सिंह उइके ने कहा कि सोशल मीडिया पर सरकारी तंत्र के खिलाफ अमर्याद टिप्पणी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।