छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी छात्रावासों का होगा आकस्मिक निरीक्षण, जशपुर की घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिए निर्देश

छत्तीसगढ़ के सभी शासकीय छात्रावासों के आकस्मिक निरीक्षण का निर्देश

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  • Publish Date - September 27, 2021 / 05:39 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 09:00 PM IST

रायपुर, 27 सितंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ में जशपुर जिले के एक छात्रावास में एक लड़की के साथ कथित बलात्कार और पांच अन्य छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना के बाद राज्य सरकार ने सभी छात्रावासों के आकस्मिक निरीक्षण का निर्देश दिया है। जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जशपुर जिले के छात्रावास में हुई घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए सभी जनपदों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों के अंतर्गत सभी छात्रावासों का समय-समय पर आकस्मिक निरीक्षण करने का निर्देश दिया है।

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को शासकीय छात्रावासों के निरीक्षण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सहित अन्य वरिष्ठ जिला स्तरीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया है।

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उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान निरीक्षणकर्ता अधिकारी छात्रावास में रहने वाले बच्चों से बातचीत कर छात्रावास में संचालित गतिविधियों से संबंधित फीडबैक लेकर रिपोर्ट में प्रस्तुत करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा है कि निरीक्षण में यदि शासकीय छात्रावासों में कार्यरत किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही करते हुए पाया जाता है या अनैतिक गतिविधियों में उनकी संलिप्तता पाई जाती है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस महीने की 22 तारीख को जशपुर जिले में स्थित दिव्यांग छात्रावास में 17 वर्षीय एक लड़की के साथ कथित बलात्कार और पांच अन्य बालिकाओं के साथ छेड़छाड़ की घटना की जानकारी मिली थी। छेड़छाड़ की शिकार लड़कियों की आयु 14 से 16 वर्ष के बीच है।

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अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने 24 तारीख को केंद्र की देखरेख करने वाले व्यक्ति और चौकीदार को गिरफ्तार कर लिया था।

उन्होंने कहा कि जशपुर के जिलाधिकारी ने उस केंद्र के अधीक्षक संजय राम को निलंबित कर दिया है तथा प्रशिक्षण केंद्र का ठीक से निरीक्षण नहीं करने और वहां काम करने वाले कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने में विफल रहने के कारण जिला परियोजना समन्वयक विनोद पैकरा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।