दुर्गः कोई अपराध गलती से हो जाये तो उसे एक बार क्षमा किया जा सकता है लेकिन वही गलती जानबूझकर की जाए तो उसे माफ नही किया जा सकता और अगर गलती सीधे राष्ट्र से जुड़ी हो राष्ट्रगान के अपमान से जुड़ी हो, वह भी जनता के द्वारा चुने हुए जनप्रतिनिधि ने की हो तो घोर निंदनीय और दंडनीय है।
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दुर्ग नगर निगम में हुई विशेष सामान्य सभा के दौरान यह अशोभनीय घटना देखने को मिली। विशेष सामान्य सभा के दौरान 2 विषयो को चर्चा के लिए रखा गया था जिसे बहुमत के आधार पर सर्वसम्मति से पास कर लिया गया पर विपक्ष कुछ अन्य विषयों पर चर्चा चाह रहा जिसे अनुमति नही दी गई तो इसी बात को लेकर विपक्ष ने राष्ट्रगान के दौरान ही जोर जोर से हल्ला करते टेबल कुर्सी तोड़ते नजर आए और राष्ट्रगान का अपमान किया।
विपक्ष के राष्ट्रगान के अपमान के मामले को संभागायुक्त के समक्ष रखा जाएगा ,वहीं विपक्ष मामला सामने आने के बाद सभापति कक्ष के सामने मौन धरना प्रदर्शन किया।