Reported By: Saurabh Singh Parihar
,रायपुरः CG Vidhansabha Mansoon Satra छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र जारी है। तीसरे दिन बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान कई अहम मुद्दों को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखीं तरकार देखने को मिली। प्रश्नकाल के दौरान प्रदेश में बढ़ते साइबर क्राइम पर बीजेपी 5 विधायकों ने सरकार को जमकर घेरा। वहीं नेता प्रतिपक्ष सहित अन्य विपक्षी विधायकों ने सरकार को प्रधानमंत्री आवास के साथ-साथ अन्य मुद्दों को लेकर घेरते दिखे। बुधवार को एक दौर ऐसा भी आया जब एआई के संदर्भ दोनों पक्षों के सदस्य जमकर ठहाके लगाते नजर आए। इन सबके बीच सदन और सदन के बाहर सियासत उस वक्त गर्म होती दिखी, जब नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने स्थगन प्रस्ताव मसले पर विधानसभा अध्यक्ष का आभार जता दिया।
CG Vidhansabha Mansoon Satra दरअसल, विपक्षी विधायकों ने सदन में छत्तीसगढ़ में बिजली बिल में बढ़ोतरी के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव लाया था। स्थगन पर पहले नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा कि सरकार आम उपभोक्ता और किसानों से बिजली बिल के दाम बढ़ाकर वसूली कर रही है। जिससे आम जनों को भारी परेशानी हो रही है। इसके बाद विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा टैरिफ में न्यूनतम वृद्धि और आपूर्ति में गुणवत्ता है। छत्तीसगढ़ में ऊर्जा सुधारों को व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है। स्टील उद्योगों के लिये राहत है। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए संरक्षण, कृषि पंपों पर बोझ नहीं पड़ेगा। सीएम साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग द्वारा वर्ष 2025-26 हेतु घोषित बिजली टैरिफ में मात्र 1.89 प्रतिशत की वृद्धि की गई है, जो कि विगत वर्षों में न्यूनतम वृद्धि में से एक है। यह निर्णय जनसुनवाई की प्रक्रिया के बाद पारदर्शी ढंग से लिया गया है और इसे घरेलू उपभोक्ताओं से लेकर स्टील और रोलिंग मिल उद्योगों तक ने सराहा है।
मुख्यमंत्री के इस जवाब पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा मुख्यमंत्री जी ने काम करने की बात कही है। उन बातों से हमें लगा कि वह ध्यान दे रहे हैं। हमें लगा कि उन्होंने इसको सीरियस माना है। इसलिए हम उनका धन्यवाद करते हैं। वहीं इसके प्रतित्युतर में सत्ता पक्ष के विधायकों ने अपनी मेज थपथपाई। छत्तीसगढ़ विधानसभा और अन्य संसदीय केंद्रों के इतिहास में शायद यह पहला अवसर है जब स्थगन प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष ने ऑन रिकॉर्ड सीएम को धन्यवाद दिया है। विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने इसे अस्वीकार कर दिया। हालांकि सदन में विपक्षी विधायकों ने इस पर विपक्ष की ओर से कोई प्रतिरोध नहीं किया गया। विपक्षी विधायकों ने ना हंगामा, न नारेबाजी और ना ही सदन से बहिर्गमन किया।
चरणदास महंत के सीएम को धन्यवाद सीएम की भी प्रतिक्रिया आई है। सीएम विष्णु देव साय ने भी नेता प्रतिपक्ष सज्जन आदमी है। उनके धन्यवाद के लिए धन्यवाद। अच्छा काम का धन्यवाद तो होना ही चाहिए। इसमें पार्टी पॉलिटिक्स नहीं देखना चाहिए। सज्जन लोग अच्छे काम का धन्यवाद करते हैं। वही कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम और केदार कश्यप ने भी महंत की तारीफ की है।
पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने कांग्रेस नेताओं को एकजुटता के साथ सरकार को घेरने की नसीहत दी थी। लेकिन नेता प्रतिपक्ष महंत ने मुख्यमंत्री के काम के प्रति धन्यवाद कहकर संभवत कांग्रेस के अन्य नेताओं को नाराज या एक अन्य संदेश दिए होंगे, लेकिन उनके द्वारा सदन में मुख्यमंत्री की तारीफ कर विधानसभा में नए तरह के संदेश दी है। ऐसे में अब देखना होगा आने वाले समय में महंत के इस बयान को कांग्रेस के अंदरखाने में किस तरह से चर्चा होती है?