Reported By: Satish gupta
,mcb new road: image source: ibc24
मनेंद्रगढ़: MCB News today, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और पीएम जनमन योजना के अंतर्गत भरतपुर–सोनहत विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपये की लागत से स्वीकृत सड़कों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। एक तरफ जहां विधायक रेणुका सिंह ने बयान जारी इन कार्यों का खुद श्रेय लिया तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व विधायक ने इस कामों का श्रेय ज्योत्सना महंत को दिया। वहीं भाजपा नेता जमुना पाण्डेय ने गुलाब कमरो पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
दरअसल, क्षेत्र की पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री एवं वर्तमान विधायक रेणुका सिंह द्वारा सोशल मीडिया में जारी बयान में इन सड़कों की प्रशासकीय स्वीकृति का श्रेय स्वयं लिया जा रहा है। इसको लेकर इस इलाके के पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने प्रेसवार्ता में तथ्यों के साथ अपना पक्ष सामने रखा है। गुलाब कमरो ने स्पष्ट रूप से कहा कि इन सड़कों का प्रस्ताव और इसके लिए किए गए प्रयास क्षेत्र की सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत की अनुशंसा से हुआ। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों का झूठा श्रेय लेने की बजाय जनता के सामने सच्चाई रखना आवश्यक है।
MCB News today , उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कोरिया जिले में सांसद ज्योत्सना महंत की अनुशंसा से कुल 52 सड़कों का प्रस्ताव भेजा गया था। जिसमें से 27 सड़कों को लगभग 147 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इसी तरह मनेन्द्रगढ़–चिरमिरी–भरतपुर जिले में PMGSY के अंतर्गत 70 सड़कों के प्रस्ताव भेजे गए थे, जिनमें से 56 सड़कों को लगभग 236 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली। इसके अतिरिक्त PM जनमन योजना के तहत MCB जिले में सांसद की अनुशंसा और प्रयासों से 55 सड़कों को लगभग 179 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि प्रशासकीय प्रक्रिया पूर्ण होने पर विधायक रेणुका सिंह द्वारा श्रेय लेने का प्रयास किया जा रहा है, जो वास्तविकता से परे है।
वहीं विधायक रेणुका सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि सांसद ज्योत्सना महंत और गुलाब कमरो को पीएम जनमन योजना की जानकारी ही नहीं है, इसलिए वे ऐसा बोल रहे हैं।
गुलाब कमरो के आरोपों पर विधायक रेणुका सिंह के अलावा भाजपा जिला प्रवक्ता जमुना पाण्डेय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। जिला प्रवक्ता जमुना पाण्डेय ने कहा कि विधायक रहते गुलाब कमरो दस लाख का काम नहीं करवा पाए थे, इसलिए जनता ने उन्हें किनारे कर दिया। ज्योत्सना महंत के संसदीय क्षेत्र में तो कई अन्य विधानसभाएं आती हैं, तो फिर वहां उन्होंने एक भी काम क्यों नहीं कराया है।