रायपुरः छत्तीसगढ़ बीजेपी ने मिशन 2023 की तैयारियां शुरू कर दी है। पहले शाह आए और अब संघ प्रमुख भागवत और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का एक वक्त पर प्रदेश दौरे पर आना संकेत साफ है कि बीजेपी ने सत्ता वापसी के लिए पूरी तरह कमर कस चुकी है। एक ओर बीजेपी चुनाव से पहले खिसके जनाधार को बढ़ाने के लिए तमाम जद्दोजहद में लगी है। दूसरी ओर प्रदेश के मंत्री कवासी लखमा ने दावा किया है कि 2023 के चुनाव के बाद बीजेपी मुक्त छत्तीसगढ़ हो जाएगा। लखमा के बयान पर बीजेपी ने भी काउंटर करते हुए कहा कि दो राज्यों में सिमटी कांग्रेस पहले अपनी चिंता करे। क्योंकि जल्द ही कांग्रेस मुक्त भारत होने जा रहा है। चुनाव से पहले इस तरह की बयानबाजी के मायने क्या है?