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Naxalite Leader Surrender in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में नक्सल संगठन को बड़ा झटका.. DVCM समेत डॉ सुकलाल समेत 8 नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता, किया आत्मसमर्पण
डॉ सुकलाल समेत 8 माओवादियों ने हथियार डाले है। इनपर कुल 30 लाख रुपये का इनाम घोषित था। बताया जा रहा है कि, सरेंडर से पहले सभी नक्सली अबूझमाड़ के कुतुल इलाके में सक्रिय थे।
Publish Date - August 20, 2025 / 02:41 PM IST,
Updated On - August 20, 2025 / 02:41 PM IST
Naxalite Leader Surrender in Chhattisgarh || Image- IBC24 News File
HIGHLIGHTS
डीवीसीएम नेता डॉ सुकलाल ने किया आत्मसमर्पण पुलिस के समक्ष
बस्तर में सक्रिय 8 माओवादी नक्सलियों ने हथियार डाले
सरकार देगी पुनर्वास योजना के तहत नकद और आजीविका
Naxalite Leader Surrender in Chhattisgarh: नारायपुर: देशभर के 13 राज्यों में फैला नक्सलवाद अब अपनी आखिरी साँसे गिन रहा है। बड़े माओवादी नेताओं के एनकाउंटर और छोटे कॉडर के नक्सलियों के असहयोग और सरेंडर के बाद माओवाद की कमर लगभग टूट चुकी है। केंद्र के निर्देश पर लगातार अभियान चलाये जा रहे है और नक्सलियों को ढेर किया जा रहा है। यही वजह है कि कभी सैकड़ो की संख्या में एकजुट होकर पुलिस और आम लोगों पर हमला करने वाले नक्सलियों का समूह मुठभेड़ और गिरफ्तारी से बचने के लिए छोटे-छोटे समूहों में बंट गया है। बड़ी लीडर पहले ही भूमिगत हो चुके है।
बहरहाल नक्सलियों के खिलाफ सबसे अधिक और उल्लेखनीय सफलता छत्तीसगढ़ की पुलिस और बस्तर में तैनात सुरक्षा बलों को हासिल हुई है। सरकार के प्रयास और पुलिस की जनजागरूकता के चलते हर दिन बड़ी पैमाने पर माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे है।
डीवीसीएम नेता ने किया आत्मसमर्पण
Naxalite Leader Surrender in Chhattisgarh: इसी कड़ी में आज माओवादी के डीवीसीएम कैडर के एक बड़े नेता ने पुलिस के समक्ष सरेंडर किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली का नाम डॉ सुकलाल है। वह लम्बे वक़्त से बस्तर में सक्रिय था और पुलिस के खिलाफ कई हमलों में भी शामिल था।
डॉ सुकलाल समेत 8 माओवादियों ने हथियार डाले है। इनपर कुल 30 लाख रुपये का इनाम घोषित था। बताया जा रहा है कि, सरेंडर से पहले सभी नक्सली अबूझमाड़ के कुतुल इलाके में सक्रिय थे। सभी ने नारायणपुर एसपी की मौजूदगी में हथियार डाले है और हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज के मुख्यद्वार में शामिल होने की मंशा जाहिर की है। पुलिस ने बताया कि सभी माओवादियों को सरकार के पुनर्वास नीति के तहत नकद, आवाज और आजीविका की सुविधा मिलेगी।
❓1. डॉ. सुकलाल कौन है और उसने आत्मसमर्पण क्यों किया?
उत्तर: डॉ. सुकलाल माओवादियों के डीवीसीएम (डिवीजनल कमेटी मेंबर) कैडर का एक बड़ा नक्सली नेता था, जो लंबे समय से बस्तर क्षेत्र में सक्रिय था। उसने पुलिस के खिलाफ कई हमलों में भाग लिया था। लेकिन सरकार की पुनर्वास नीति, पुलिस की जनजागरूकता और लगातार अभियान के दबाव के चलते उसने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया।
❓2. सरेंडर करने वाले नक्सलियों को सरकार की तरफ से क्या सुविधाएं मिलेंगी?
उत्तर: सरकार की पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को नकद सहायता, आवास, और आजीविका के लिए संसाधन प्रदान किए जाते हैं ताकि वे समाज में सम्मानजनक जीवन जी सकें और हिंसा का रास्ता छोड़ दें।
❓3. सरेंडर करने वाले अन्य नक्सली कौन हैं और उनके खिलाफ क्या आरोप थे?
उत्तर: डॉ. सुकलाल के साथ कुल 8 माओवादियों ने हथियार डाले हैं। इन सभी पर मिलाकर ₹30 लाख का इनाम घोषित था। ये सभी अबूझमाड़ के कुतुल इलाके में सक्रिय थे और कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहे हैं। सरेंडर के बाद इन्हें कानूनी प्रक्रिया के साथ पुनर्वास सहायता दी जाएगी।