Abujhmad News: जहाँ कभी नक्सल का झंडा लहराता था, वहाँ आज पहली बार फहराया गया तिरंगा, अबूझमाड़ के अंदरूनी इलाकों में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस

Abujhmad News: जहाँ कभी नक्सल का झंडा लहराता था, वहाँ आज पहली बार फहराया गया तिरंगा, अबूझमाड़ के अंदरूनी इलाकों में मनाया गया स्वतंत्रता दिवस

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  • Publish Date - August 15, 2025 / 08:37 PM IST,
    Updated On - August 15, 2025 / 08:37 PM IST

Abujhmad News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • अबूझमाड़ में पहली बार स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया गया।
  • नक्सल प्रभावित इलाकों में स्थानीय लोगों की बड़ी भागीदारी।
  • कमांडेंट कमल शर्मा ने इसे शांति और एकता की जीत बताया।

सोनपुर: Abujhmad News: 133वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल ने 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े गर्व और उत्साह के साथ न केवल मुख्यालय सोनपुर में, बल्कि पहली बार सीओबी गरपा, सीओबी कंडुलनार और सीओबी होराडी जैसे अबूझमाड़ के भीतरी, अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी मनाया। ये सभी स्थान लंबे समय तक नक्सली गतिविधियों के गढ़ रहे हैं, जहाँ पूर्व में भय और असुरक्षा के कारण ऐसे सार्वजनिक समारोह आयोजित नहीं हो पाते थे।

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Abujhmad News:इस वर्ष सीमा सुरक्षा बल की अथक कोशिशों, स्थानीय जनता के सहयोग और क्षेत्र में स्थापित विश्वास के परिणामस्वरूप, इन दूरस्थ इलाकों में भी राष्ट्रीय ध्वज लहराया गया। ध्वजारोहण के दौरान स्थानीय ग्रामीण, महिलाएँ, बच्चे, शिक्षक और प्रशासनिक कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। गरपा, कंडुलनार और होराडी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों, देशभक्ति गीतों और नारों से वातावरण गुंजायमान रहा, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्साह और गर्व का माहौल बना।

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Abujhmad News: कमांडेंट कमल शर्मा ने इस अवसर पर बल के जवानों और स्थानीय नागरिकों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि यह आयोजन सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि यह साबित करता है कि शांति, एकता और विकास, भय और हिंसा पर विजय पा सकते हैं। समारोह के अंत में सभी स्थानों पर ग्रामीणों, जवानों और बच्चों के बीच मिठाइयाँ वितरित की गईं, जिससे यह ऐतिहासिक दिन सौहार्द और उत्साह के वातावरण में संपन्न हुआ।

अबूझमाड़ में स्वतंत्रता दिवस मनाने का क्या महत्व है?

अबूझमाड़ में स्वतंत्रता दिवस मनाना इस क्षेत्र में शांति और विकास की ओर एक बड़ी उपलब्धि है, जहाँ पहले नक्सलवाद की वजह से सुरक्षा की कमी थी।

अबूझमाड़ में तिरंगा फहराने की ऐतिहासिक घटना कब हुई?

यह ऐतिहासिक घटना 15 अगस्त 2025 को अबूझमाड़ के गरपा, कंडुलनार और होराडी में पहली बार हुई, जहाँ राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।

अबूझमाड़ के भीतरी हिस्सों में स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया गया?

सीमा सुरक्षा बल के जवानों और स्थानीय लोगों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम, देशभक्ति गीत, ध्वजारोहण और मिठाइयों का वितरण करके उत्साहपूर्वक मनाया गया।

अबूझमाड़ में नक्सलवाद की स्थिति क्या है?

अबूझमाड़ लंबे समय तक नक्सलवाद का गढ़ रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में सुरक्षा बलों की मेहनत और स्थानीय सहयोग से स्थिति में सुधार हुआ है।

अबूझमाड़ में स्वतंत्रता दिवस मनाने के पीछे सीमा सुरक्षा बल की क्या भूमिका है?

सीमा सुरक्षा बल ने सुरक्षा और विश्वास स्थापित कर नक्सल प्रभावित इलाकों में पहली बार स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित करवाया, जिससे क्षेत्र में शांति का संदेश गया।