शह मात The Big Debate: OBC पर नई राजनीति.. कारगर होगी राहुल नीति! सैद्धांतिक बातों के बाद आखिर जाति वाली राजनीति पर क्यों लौटी कांग्रेस?

सैद्धांतिक बातों के बाद आखिर जाति वाली राजनीति पर क्यों लौटी कांग्रेस? OBC's grand conference was held in Delhi

शह मात The Big Debate: OBC पर नई राजनीति.. कारगर होगी राहुल नीति! सैद्धांतिक बातों के बाद आखिर जाति वाली राजनीति पर क्यों लौटी कांग्रेस?
Modified Date: July 26, 2025 / 12:19 am IST
Published Date: July 26, 2025 12:17 am IST

रायपुरः दिल्ली में OBC का महासम्मेलन हुआ। इससे पहले राहुल गांधी आदिवासी नेताओं से मीटिंग कर चुके हैं। वैसे तो कांग्रेस दावा करते थकती नहीं कि वो जाति, धर्म, वर्ग की राजनीति से दूर है, पर अब वो खुलकर जाति-वर्ग को साधने सम्मेलन के मंच तैयार कर रही है। दिल्ली में OBC महा सम्मेलन में मंच पर राहुल ने अपनी और पार्टी की OBC वर्ग को लेकर रणनीति का भी खुलासा किया। जाहिर है इसपर छत्तीसगढ़ में भी अमल जल्द होगा। सबसे बड़ा सवाल ये है कि बड़ी-बड़ी सैद्धांतिक बातों के बाद कांग्रेस को आखिर में जाति वाली राजनीति पर क्यों लौटना पड़ा ?

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दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कांग्रेस पार्टी ने देश भर से अपने OBC नेताओं को बुलाकर, भागीदारी न्याय सम्मेलन किया जिसके मंच पर कांग्रेस के सबसे बड़े फेस राहुल गांधी ने खुलकर OBC वर्ग को लेकर अपनी, कांग्रेस पार्टी की चूक को स्वीकार किया और OBC को लेकर अपना आगे का प्लान सामने रखा है। OBC न्याय सम्मेलन हो तो दिल्ली में हो रहा है लेकिन इसका असर छत्तीसगढ़ में भी दिखाई दिया। कांग्रेस के सम्मेलन पर बीजेपी ने तीखा वार किया, इतने सालों से राजनीति में होने के बाद भी, राहुल समझ नहीं पाए। यहां भूपेश को मौका दिया क्या हुआ जनता ने देखा। कई जेल में हैं कई बेल पर हैं। आरोप पर कांग्रेस ने भी पलटवार किया।

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बयानों से साफ है कि कांग्रेस OBC वर्ग को साधने दिल्ली में प्लान तैयार कर चुकी है। सवाल ये है कि क्या वाकई कांग्रेस OBC वर्ग के मुद्दों को समझने में चूक गई? क्या कांग्रेस ने प्रदेश में गलत चेहरों और मुद्दों पर दांव लगाया?


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सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।