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CG School Online Attendance: छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अब ऑनलाइन अटेंडेंस.. सरकार ने डेवलप कराया GPS फीडेड एप्प, नहीं हो सकेगा फर्जीवाड़ा
इस नई व्यवस्था को जल्द ही राज्य के अन्य सरकारी स्कूलों में भी लागू करने की तैयारी है। शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे स्कूलों में पारदर्शिता और अनुशासन दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
Publish Date - April 16, 2025 / 03:37 PM IST,
Updated On - April 16, 2025 / 03:51 PM IST
CG School Online Attendance Mobile App || Image- IBC24 News File
HIGHLIGHTS
जीपीएस आधारित ऐप से शिक्षक केवल स्कूल में रहकर हाजिरी दर्ज कर सकेंगे।
छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति का डिजिटल रिकॉर्ड बनेगा, निगरानी आसान होगी।
फर्जी हाजिरी पर रोक लगेगी, पारदर्शिता और अनुशासन को मिलेगा बढ़ावा।
CG School Online Attendance Mobile App: रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अब शिक्षक और विद्यार्थियों की हाजिरी ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने एक मोबाइल ऐप तैयार कराया है, जिसे आईआईटी भिलाई की टीम ने डेवलप किया है।
इस ऐप की खास बात यह है कि यह जीपीएस (अक्षांश-देशांतर) आधारित है। यानी शिक्षक जब स्कूल परिसर में मौजूद होंगे, तभी ऐप एक्टिव होगा और वे अपनी तथा अपनी कक्षा के छात्रों की उपस्थिति दर्ज कर सकेंगे। स्कूल के बाहर रहकर हाजिरी लगाने की कोशिश करने पर ऐप काम नहीं करेगा।
आरडी तिवारी स्कूल से शुरू हुआ ट्रायल
CG School Online Attendance Mobile App: इस व्यवस्था का ट्रायल बुधवार को राजधानी रायपुर स्थित आर.डी. तिवारी स्कूल से शुरू हुआ। इस मौके पर विद्या समीक्षा केंद्र के प्रदेश नोडल अधिकारी और तकनीकी टीम स्कूल पहुंची। यहां शिक्षकों के मोबाइल में ऐप डाउनलोड कराया गया और उसका लाइव डेमो भी दिखाया गया।
इस नई व्यवस्था को जल्द ही राज्य के अन्य सरकारी स्कूलों में भी लागू करने की तैयारी है। शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे स्कूलों में पारदर्शिता और अनुशासन दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
उत्तर: यह ऐप IIT भिलाई की टीम द्वारा बनाया गया है। इसका उद्देश्य स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति को डिजिटल और पारदर्शी तरीके से दर्ज करना है।
2. क्या यह ऐप स्कूल परिसर के बाहर भी काम करेगा?
उत्तर: नहीं, यह GPS आधारित ऐप है, जो केवल स्कूल परिसर में ही काम करेगा। बाहर से उपस्थिति दर्ज नहीं की जा सकती।
उत्तर: नहीं, यह GPS आधारित ऐप है, जो केवल स्कूल परिसर में ही काम करेगा। बाहर से उपस्थिति दर्ज नहीं की जा सकती।
उत्तर: शिक्षकों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित होगी। छात्रों की उपस्थिति का डिजिटल रिकॉर्ड रहेगा। फर्जी उपस्थिति पर रोक लगेगी। शिक्षा विभाग निगरानी कर सकेगा। अनुशासन और पारदर्शिता बढ़ेगी।