Mukesh Chandrakar Murder Case | Image Source: File
रायपुरः TS Singh Deo on Brihaspat Singh छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से निष्कासित नेता अब पार्टी में वापसी का रास्ता तलाश रहे हैं। पहले रेणु जोगी ने कांग्रेस में शामिल होने के लिए कांग्रेस आलाकमान को पत्र लिखा था तो अब पूर्व विधायक वृहस्पत सिंह पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव से माफी मांगते फिर रहे हैं। वहीं, अब वृहस्पत सिंह के बयान पर टीएस सिंहदेव ने प्रतिक्रिया दी है। सिंहदेव ने कहा है कि बृहस्पति सिंह ने जो कहा था वो माफी के लायक नहीं था।
TS Singh Deo on Brihaspat Singh पूर्व विधायक वृहस्पत सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार जाने के बाद विचलित हो गया था। जाने-अनजाने में मेरे से गलती हुई है इसलिए तत्कालीन प्रभारी के खिलाफ बयान दे दिया था। उन्होंने टीएस सिंहदेव को लेकर कहा कि सिंहदेव सरगुजा के महाराजा है और हम प्रजा हैं। टीएस सिंहदेव को हमें डांटने फटकारने का अधिकार है। मैं सभी अपने बड़े नेताओं से क्षमा मांगता हूं। साथ ही पार्टी में वापसी के लिए आवेदन दे रहा हूं।
दरअसल रामानुजगंज के पूर्व विधायक वृहस्पत सिंह ने विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद तत्कालिन कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा और पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को जिम्मेदार ठहराया था। वृहस्पत सिंह ने दोनों पर पार्टी के खिलाफ षडयंत्र रचने का आरोप लगाया था। ये पहली बार नहीं था जब वृहस्पत सिंह ने पार्टी के नेताओं के खिलाफ बयानबाजी की थी। इससे पहले जब वृहस्पत सिंह पर हमला हुआ था तो उन्होंने इसके लिए टीएस सिंहदेव और उनके भतीजे पर आरोप लगाया था। जबकि कांग्रेस की सरकार बनने से पहले वृहस्पत सिंह पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव के करीबी नेता माने जाते थे।
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2018 में सरगुजा की जनता को उम्मीद थी कि टीएस सिंहदेव को सीएम बनाया जा सकता है। इसी उम्मीद में यहां की जनता ने सभी 14 सीटों पर कांग्रेस नेताओं को जीताया था। लेकिन परिणाम आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने भूपेश बघेल को सीएम बनाया। वहीं, भूपेश बघेल के सीएम बनते ही वृहस्पत सिंह सहित अन्य विधायक पाला बदलकर भूपेश खेमे में आ गए थे। लेकिन अब फिर से ये नेता बाबा के समर्थन में आने की कवायद में लगे हुए हैं।
वृहस्पत सिंह ने टीएस सिंहदेव से माफी इसलिए मांगी क्योंकि उन्होंने पहले चुनावी हार के बाद सिंहदेव और कुमारी शैलजा पर पार्टी के खिलाफ षडयंत्र रचने का आरोप लगाया था। अब उन्होंने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी है।
टीएस सिंहदेव ने वृहस्पत सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वृहस्पत सिंह का बयान माफी के लायक नहीं था। उन्होंने इसे खारिज कर दिया है।
वृहस्पत सिंह ने कांग्रेस पार्टी में वापसी के लिए आवेदन किया है और सभी बड़े नेताओं से माफी भी मांगी है।
वृहस्पत सिंह और टीएस सिंहदेव के बीच विवाद तब शुरू हुआ था जब वृहस्पत सिंह ने कांग्रेस के विधानसभा चुनाव में हार के लिए सिंहदेव और कुमारी शैलजा को जिम्मेदार ठहराया था। इससे पहले, वृहस्पत सिंह सिंहदेव के करीबी सहयोगी थे।
2018 विधानसभा चुनाव में सरगुजा की जनता को उम्मीद थी कि टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बना दिया, जिससे कुछ नेताओं में असंतोष था।