Publish Date - July 1, 2025 / 05:12 PM IST,
Updated On - July 1, 2025 / 05:12 PM IST
Chhattisgarh Viral Video | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
राजनांदगांव में नशे में धुत आरक्षक का हंगामा,
प्रधान आरक्षक से की मारपीट,
एसपी ने किया तत्काल निलंबित
राजनांदगांव: Chhattisgarh Viral Video: जिले में पुलिस महकमे की छवि पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है जब नशे की हालत में धुत एक आरक्षक ने ड्यूटी के दौरान पहले वाहन चालक के साथ मारपीट की और फिर मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाए जाने पर प्रधान आरक्षक को भी अपना शिकार बना लिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने आरोपी आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
Chhattisgarh Viral Video: मिली जानकारी के अनुसार आरोपी आरक्षक महेंद्र साहू की ड्यूटी 29 जून की रात डायल 112 वाहन में चालक प्रवीण कुमार साहू के साथ लगाई गई थी। ड्यूटी पॉइंट छोड़कर कहीं और जाने को लेकर महेंद्र साहू ने वाहन चालक के साथ विवाद किया जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गया। घटना की सूचना मिलते ही आरोपी की नशे की हालत में ड्यूटी करने की शिकायत पर उसे लालबाग पुलिस द्वारा बसंतपुर थाना क्षेत्र के जिला अस्पताल में चिकित्सकीय परीक्षणके लिए ले जाया गया।
Chhattisgarh Viral Video: अस्पताल में जांच के दौरान प्रधान आरक्षक प्रभात तिवारी के साथ भी आरक्षक महेंद्र साहू ने बेल्ट से मारपीट कर दी। इस गंभीर घटना की शिकायत होते ही पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लिया और आरोपी आरक्षक महेंद्र साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
राजनांदगांव पुलिस "नशे में आरक्षक" की घटना क्या है?
यह घटना 29 जून की रात की है जब डायल 112 पर तैनात आरक्षक महेंद्र साहू ने शराब के नशे में पहले वाहन चालक और फिर अस्पताल में प्रधान आरक्षक के साथ मारपीट की।
"नशे में आरक्षक" के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है?
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने आरोपी आरक्षक महेंद्र साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
क्या "नशे में आरक्षक" की घटना की जांच चल रही है?
हां, मामले को गंभीरता से लिया गया है और पुलिस विभाग द्वारा आंतरिक जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
क्या "नशे में आरक्षक" की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है?
जी हां, घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गया, जिससे पुलिस विभाग की छवि पर सवाल उठे हैं।
"नशे में आरक्षक" के कारण आम जनता पर क्या प्रभाव पड़ा?
इस तरह की घटनाएं पुलिस की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाती हैं और जनता में असुरक्षा की भावना को जन्म देती हैं।