Sarangarh Bilaigarh News: तबीयत खराब होने पर भी नहीं मानी हार, सालभर की मेहनत को उतारा पन्नों पर, जिला टाॅपर बन बढ़ाया घरवालों का मान

Sarangarh News: तबीयत खराब होने पर भी नहीं मानी हार, सालभर की मेहनत को उतारा पन्नों पर, जिला टाॅपर बन बढ़ाया घरवालों का मानSarangarh's Tamanna became district topper

  •  
  • Publish Date - July 15, 2023 / 08:50 AM IST,
    Updated On - July 15, 2023 / 09:45 AM IST

Sarangarh's Tamanna became district topper

सारंगढ़-बिलाईगढ़ : Sarangarh’s Tamanna became district topper इंसान के अन्दर अगर जीवन में आगे बढ़ने के लिए जिद, जुनून और जज्बा हो तो कोई भी ताकत उसे आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता। इस कहावत को सही कर दिखाया है सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के गाँव अमुर्रा में रहने वाली तमन्ना पसाईत ने। तमन्ना ने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के परीक्षा में 92% लाकर जिले में प्रथम स्थान हासिल किया है।

Read more: Ambikapur News: अधिकारियों से सांठगांठ कर किया घटिया सड़क का निर्माण, अब बरसात से पहले ही सड़कें खराब

दरसल तमन्ना पसाईत सरिया के शासकीय कन्याशाला में विज्ञान का विषय लेकर 12वीं की पढाई कर रही थी, बताया जा रहा है तमन्ना शुरू से ही पढने में होशियार थी,स्कूल से घर आने के बाद भी घंटो तक पढाई करती थी,और घर के कामों में भी हाथ बटाती थी। परिवार वालो को शुरू से ही लगने लगा था की तमन्ना पढाई में कुछ बेहतर कर के दिखायेगी 12 वीं की परीक्षा के दौरान तमन्ना की तबियत खराब हो गई, तमन्ना उसके बाद भी हार नही मानी और तबियत खराब होने के बाद भी परीक्षा होल पहुंची, और अपने साल भर की कड़ी मेहनत को पन्नो पर उतार दिया।

Read More: Bhilai News: बिजली कटौती की मांग लेकर बिजली विभाग के कार्यालय में हल्ला बोल प्रदर्शन, कहा समस्या का हल नहीं हुआ तो वे बड़ा आंदोलन करेंग

Sarangarh’s Tamanna became district topper 12वी का जब रिजल्ट आया तो तमन्ना पूरे जिले में टॉप थी, लेकिन तमन्ना को जिले का टॉपर बन कर ख़ुशी नही हुई, तमन्ना का मानना है की उसने जिस मेहनत और लग्न से परीक्षा की तैयारी की थी उसका उतना फल नही मिल पाया, जिसका सबसे बड़ा कारण वो अपने परीक्षा अवधि के दौरान तबियत खराब होना मानती है। तमन्ना ने प्रदेश में टॉप करने का मन बनाया था, पर उसे जिला टॉपर से ही संतुष्ट होना पड़ा।

Read More: Bijapur News: सरकारी स्कूल छोड़ निजी स्कूल में दाखिल होने के लिए मजबूर बच्चे, पहली से पांचवी तक को पढ़ाने के लिए सिर्फ एक ही शिक्षक

तमन्ना के भाई सूरज ने बताया की वो लोग काफी गरीब परिवार से आते हैं। तमन्ना के पिता का एक छोटा सा नाई का दुकान है और उसी के पैसे से पूरा घर चलता है, अगर तमन्ना को अच्छे से कोचिंग कराया जाता तो वो पूरे प्रदेश में टॉप करती। फिलहाल बिटिया तमन्ना के जिला टॉपर बनने से पूरे परिवार के लोग काफी खुश है। तमन्ना ने बात चीत के दौरान बताया की वो अब आगे सिविल सर्विस की तैयारी करना चाहती है।

 

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक