Bastar Naxalites Surrender || Image- IBC24 News File
Bastar Naxalites Surrender: नारायणपुर: बस्तर संभाग के सभी जिलों में अब नक्सली पूरी तरह बैकफुट पर आ गए है। पुलिस पार्टी पर हमला तो दूर नक्सलियों को अब छिपने का भी ठिकाना नहीं मिल रहा है। सामने दो ही विकल्प बाकी है, या तो सरेंडर करें या फिर पुलिस के गोलियों का शिकार बने। नक्सली इस बढ़ते पुलिस के दबाव को झेल नहीं पा रहे है और लगातार इस हिंसक गतिविधि से खुद को दूर कर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर रहे है। इसके अलावा नक्सली पुलिस की तरफ से चलाये जा रहे ‘लोन वर्राटू’ अभियान से भी प्रभावित होकर खुद को समाज के मुख्यधारा में शामिल कर रहे है।
ताजा मामला बस्तर के नारायणपुर का है जहां पुलिस और सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। यहाँ एसपी रॉबिंसन गुरिया के समक्ष 8 खूंखार नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। सरेंडर करने वाले सभी आठ नक्सलियों पर सरकार और पुलिस की तरफ से 33 लाख रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। इनमें 4 महिला और 4 पुरुष नक्सली शामिल है।
Bastar Naxalites Surrender: जानकारी के अनुसार सरेंडर करने वाले नक्सलियों में प्लाटून 16 का कमांडर कमलेश, डॉक्टर टीम का सुखलाल समेत दूसरे एक्टिव माओवादी शामिल है। ये सभी दशकों से अबूझमाड़ इलाके में सक्रिय थे और कई बड़ी वारदातों में भी शामिल थे। फिलहाल सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत मदद दी जा रही है। इसी तरह सुकमा में भी पांच नक्सलियों ने जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के सामने आत्मसमर्पण किया है। यह सभी हार्डकोर नक्सली नियद नेल्लानार और पुना मारगेम जैसे अभियानों से प्रभावित बताये जा रहे है।