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बिलासपुर। Tanmeet Chhabra appointed 12 साल से छात्र राजनीति में सक्रिय रहने वाले छात्र नेता तनमीत छाबड़ा को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने देवउठनी एकादशी पर बड़ा उपहार दिया है। तनमीत को एनएसयूआई छत्तीसगढ़ का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। छात्रहित में उनके अधिकारों की लड़ाई-लड़ने और सरकारी योजनाओं का लाभ विद्यार्थियों तक पहुंचाने के कारण उन्हें यह जिम्मेदारी मिली है।
Tanmeet Chhabra appointed तनमीत ने साल 2010 में छात्र राजनीति की शुरूआत की। द जैन इंटरनेशनल स्कूल में अध्ययनरत रहने के दौरान एनएसयूआई स्कूल यूनिट के अध्यक्ष पद पर काबिज हुए। यहीं से छात्रहित में काम करने का जूनून पैदा हुआ। जिसके साल 2012 में उच्च शिक्षा में कदम रखते हुए छात्र -छात्राओं की समस्या को पटल पर रखा। विभिन्न् धरना प्रदर्शन और आंदोलनों में भाग लिया। यही वह दौर था जब इंटरनेट मीडिया में सक्रिय होने के साथ देश-दुनिया के विद्यार्थियों से जड़कर अनेक कार्यक्रमों में भाग लिया। दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, मध्यम प्रदेश, ओडिसा, झारखंड सहित कई राज्यों के विद्यार्थियों के साथ सीधे संपर्क में रहे। विभिन्न् कार्यशालाओं में भाग लेते हुए छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचल और आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को उनका अधिकार दिलाने संघर्ष भी किया। साल 2014 के संगठन चुनाव में भी तनमीत ने प्रदेश में सबसे कम उम्र और अधिक वोटों से जीतने का रिकार्ड बनाया। जिसके कारण कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीछ थपथपाते हुए इसकी सराहना भी किया। यही कारण था कि एक बार फिर एनएसयूआई ने भरोसा जताते हुए जिले के बाद अब प्रदेश स्तर पर काम करने का मौका दिया है। गुरुवार को संगठन का अधिकारिक पत्र मिला।
वाटर केनन से लेकर लाठीचार्ज हुआ
साल 2016 में छात्र हित को लेकर फीस नियामक आयोग का गठन, फीस वृद्धि वापसी सहित पांच सुत्रीय मांगों को लेकर अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय का घेराव किया। जिसमें इस आंदोलन को कुचलने पुलिस को वाटर केनन और लाठीचार्ज भी करना पड़ा। लेकिन एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का जोश कम नहीं हुआ। आखिरकर तत्कालीन कुलपति प्रो.जीडी शर्मा ने अधिकांश मांगे मान ली। बिलासपुर सहित मुंगेली, पेंड्रारोड, जांजगीर चांपा, कोरबा एवं रायगढ़ जिले के 198 कालेजों के 85 हजार छात्रों को इसका लाभ मिला।