उप्र : छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर की मदद से हटाया जा रहा

उप्र : छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर की मदद से हटाया जा रहा

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  • Publish Date - July 10, 2025 / 01:39 PM IST,
    Updated On - July 10, 2025 / 01:39 PM IST

बलरामपुर (उप्र), 10 जुलाई (भाषा) बलरामपुर जिले में धर्मांतरण के आरोपों से घिरे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के अवैध अतिक्रमण को बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी बुलडोजर की मदद से हटाया जा रहा है।

भारी पुलिस बल की मौजूदगी में प्रशासन यह कार्रवाई कर रहा है।

अधिकारियों ने कहा कि बृहस्पतिवार को छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों की अवैध संपत्ति को कुल आठ बुलडोजर की मदद से गिराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि लगभग एक एकड़ क्षेत्र में फैले बाबा और उसके सहयोगी नीतू और नवीन रोहर की संपत्तियों पर प्रशासन ने नोटिस चस्पां किया था जिसमें अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए कहा गया था। अधिकारियों के अनुसार, एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई की है।

अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पांडेय की देखरेख में कार्रवाई जारी है।

पिछले सप्ताह एटीएस की टीम ने छांगुर बाबा और उसके एक सहयोगी को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। बाबा पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था। एटीएस इससे पूर्व छांगुर के बेटे और नवीन रोहर को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। बाबा और उसके सहयोगियों पर 100 करोड़ रुपये का विदेशी अनुदान हासिल करने का भी आरोप है जिसकी जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय को कहा गया है।

अधिकारियों ने बताया कि छांगुर बाबा की कोठी करीब एक एकड़ भूभाग में बनी थी जिसमें 2 बिस्वा जमीन सरकारी थी जिस पर अवैध निर्माण किया गया था। इसी अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई प्रशासन कर रहा है। पहले दिन करीब 20 प्रतिशत ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई। अब तक करीब 80 प्रतिशत ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा चुकी है।

उल्लेखनीय है कि एटीएस ने इस मामले में कुल 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है जिसमें छांगुर बाबा, नीतू रोहरा, नीतू के पति नवीन रोहरा सहित चार लोगों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है।

अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पांडेय ने बताया कि अवैध निर्माण हटाने का कार्य लगातार किया जा रहा है और अभी तक करीब 80 प्रतिशत अवैध निर्माण हटाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जब तक अवैध अतिक्रमण हट नहीं जाता है तब तक यह कार्रवाई जारी रहेगी।

भाषा सं राजेंद्र मनीषा

मनीषा