CG Politics | Photo Credit: IBC24
रायपुर: CG Politics प्रदेश में जातिगत जनगणना पर हो रही सियासत। सवाल ये है कि क्या कास्ट पॉलिटिक्स को रि-डिफाइन करेगी जाति जनगणना? ये सवाल न केवल हमारा है बल्कि समूची सियासी बिरादरी का। पर मौजूदा सूरतेहाल को देखें तो लगता है कि ना सूत न कपास, जुलाहों से लठालठी जैसा मामला है। जनगणना अभी शुरू भी नईं हुई और विपक्ष को परिसीमन की चिंता सता रही है। कांग्रेस अभी से हिसाब लगा रही है कि क्या जनगणना फिर परिसीमन का लाभ बीजेपी को तो ना हो जाएगा?
CG Politics दरअसल, केंद्र सरकार ने जातिगत जनगणना का जो प्लान तय किया है उसके मुताबिक, देश में जाति जनगणना दो चरणों में पूरी होगी। पहला फेज 1 अक्टूबर 2026 से शुरु होगा। इसमें 4 पहाड़ी राज्य- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जाति जनगणना की जाएगी।
दूसरा फेज 1 मार्च 2027 से दूसरा फेज शुरू होगा, जिसमें देश के बाकी राज्यों में जातीय जनगणना शुरू होगी। अब इसपर पूर्व cm भूपेश बघेल ने तंज कसा कि जाति जनगणना तब शुरु हो जाए तभी सच माने।
यानि कांग्रेस ने पहले को जातिगत जनगणना कब होगी की रट लगाई। अब जब जनगणना का पूरा प्लान सामने है तो जानबूझकर लेटलतीफी का आरोप है। सवाल ये है कि जाति जनगणना पर बयानी कारगुजारी कर कौन रहा है। प्रश्न करने वाला या फिर जवाब देने वाला?