बीजेपी करेगी पूरे प्रदेश में ‘भात पे चर्चा’, त्यौहारों पर गांव-गांव जाएंगे कार्यकर्ता

बीजेपी करेगी पूरे प्रदेश में 'भात पे चर्चा', त्यौहारों पर गांव-गांव जाएंगे कार्यकर्ता

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  • Publish Date - January 9, 2020 / 04:04 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:29 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ की निकाय चुनाव में कांग्रेस से पीछे रहने के बाद, बीजेपी को वापस अपने चाय पर चर्चा फॉर्मूले की याद आई है। प्रदेश में होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव पार्टी ने जीत के लिए भाजपा ने भात-पे-चर्चा का पूरा प्लान तैयार कर लिया है। इधर,कांग्रेस का दावा है कि किसानों को लात मारने वाली भाजपा अब किस मुंह से भात पर बात करेगी।

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निकाय चुनाव में करारी शिकस्त के बाद बीजेपी दूध का जला भी फूंक-फूंक पी रही है। जिस छत्तीसगढ़ अस्मिता के सहारे कांग्रेस ने 15 साल बाद बीजेपी को सत्ता से उखाड़ फेंका। अब उसी छत्तीसगढ़ी संस्कृति और भावना पर दांव खेलना चाहती है बीजेपी। यही वजह है कि पंचायत चुनाव से पहले बीजेपी छेरछेरा त्योहार पर भात पे चर्चा अभियान शुरू करने जा रही है। अभियान के तहत बीजेपी कार्यकर्ता प्रदेश के 20 हजार गांवों में जाएंगे और ग्रामीणों के साथ भात पे चर्चा करेंगे।

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भात पे चर्चा के लिए बीजेपी ने 27 जिला पंचायतों के लिए पैनल की घोषणा कर दी है। छेरछेरा के मौके पर बीजेपी पंचायत चुनाव के लिए चुनाव प्रचार भी शुरू करेगी। वो गांव-गांव जाकर धान खरीदी, शराब बंदी और योजनाओं को लेकर सरकार की ढुलमुल रवैये पर ग्रामीणों से चर्चा करेगी। बीजेपी का दावा है कि निकाय चुनाव में उनका वोट प्रतिशत बढ़ा है। पंचायत चुनाव में भी बीजेपी पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी। इधर कांग्रेस ने BJP के भात पे चर्चा पर तंज कसते हुए कहा कि 15 सालों तक जिसने किसानों को लात मारी,आज वो भात पे बात करेंगे।

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छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। यहां की सत्ता का रास्ता धान से ही होकर जाता है। पहली बार धान के इस कटोरे में भात पर सियासत शुरू हुई है। इसमें बाजी कौन मारेगा। सबसे बड़ा सवाल है।