कलेक्टर चंदन कुमार ने पेश की मानवता की मिशाल, ब्लड डोनेट कर बचाई जच्चा-बच्चा की जान

कलेक्टर चंदन कुमार ने पेश की मानवता की मिशाल, ब्लड डोनेट कर बचाई जच्चा-बच्चा की जान

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  • Publish Date - September 25, 2019 / 12:44 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:39 PM IST

सुकमा: छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्रों में सुविधाओं का आभाव और नक्सलियों के आतंक के चलते स्थानीय लोगों को आए दिन जिंदगी और मौत से संघर्ष करना पड़ता है। वहीं, बुनियादी सुविधाओं के आभाव में कुछ लोग तो असमय ही मौत के आगोश में चले जाते हैं। हालांकि यहां तैनात अधिकारी और सुरक्षा जवान आदिवासियों की मदद कर उनकी जिंदगी में रौनका लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

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इसी बीच खबर आई है कि जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही एक गर्भवती महिला की सुकमा कलेक्टर चंदन कुमार ने जान बचाई है। बताया जा रहा है कि बीते दिनों प्रसव के लिए चिंतलनार निवासी गर्भवती महिला हड़में को सुकमा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में जांच के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि महिला एनीमिया से पीड़ित है। महिला का रक्त ग्रुप ‘ए” पाजीटिव था, लेकिन बदकिस्मती से परिवार के किसी सदस्य का ब्लड ग्रुप ‘ए” पाजीटिव नहीं था। इसके बाद परिजनों ने ब्लड डोनर की तलाश शुरू कर दी, लेकिन दूसरी ओर महिला के प्रसव का समय भी नजदीक आ रहा था।

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परिजनों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर लोगों से ब्लड डोनेट की अपील की। सोशल मीडिया के जरिए कलेक्टर चंदन कुमार को भी यह मैसेज मिला। इसके बाद चंदन कुमार जिला अस्पताल पहुंचे और डॉक्टरों से मुलाकात की। कलेक्टर चंदन कुमार का ब्लड ग्रुप भी ‘ए” पॉजिटिव है। उन्होंने बिना कोई देरी किए खुद अस्पताल जाकर रक्त दान का निर्णय लिया। इस तरह कलेक्टर ने जनसेवा का अपना कर्तव्य निभाते हुए एक गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु, दोनों की जान बचा ली।

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गौरतलब है कि सुकमा कलेक्टर अकसर ऐसे कार्यों के लिए चर्चा में रहते हैं। इससे पहले कलेक्टर चंदन कुमार और पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने साहस का परिचय देते हुए जिले के दूरवर्ती और अतिसंवेदनशील नक्सल इलाके का दौरा मोटरसाइकिल से किया था। तब भी उनकी बाइक पर घूमते हुए तस्वीरें काफी वायरल हुई थी।

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