स्कूल शिक्षा मंत्री ने सदन में बताया अंडे का फंडा, कहा- मुद्दे को राजनीतिक रूप दे रही है भाजपा

स्कूल शिक्षा मंत्री ने सदन में बताया अंडे का फंडा, कहा- मुद्दे को राजनीतिक रूप दे रही है भाजपा

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  • Publish Date - July 18, 2019 / 12:12 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एक बार फिर गुरुवार को सदन में मध्यान्ह भोजन में अंडा वितरण किए जाने का मुद्दा गूंजा। अंडा वितरण किए जाने के मुद्दे को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने सदन में ​कहा कि जिला स्कूलों में अंडा वितरण किया जाना है वहां शाकाहारी छात्र-छात्राओं के लिए अन्य प्रोटीन युक्त मिल्क सोयाबीन बिस्किट जैसे समान भी बांटे जाएंगे। वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। जिन स्थानों पर अंडा बांटा जाएगा वहां अलग व्यवस्था की गई है।

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उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की पिछली सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा वितरण करने का निर्णय किया था, जो कि आज भी लागू है। इससे स्पष्ट होता है कि बीजेपी राज्य सरकार के फैसले को राजनीतिक रंग दे रही है। प्रेमसाय सिंह की इस बात का लेकर भाजपा विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया। सदन में खड़े होकर स्कूल शिक्षा मंत्री के वक्तव्य पर विरोध जताया। विपक्षी विधायकों का कहना है कि यह सरकार का वक्तव्य नहीं राजनीतिक दल का वक्तव्य अधिक नजर आता है। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी किया विरोध करते हुए विपक्ष को अंडे के मामले पर राजनीति बंद करने की नसीहत दी है।

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हालां​कि सरकार ने बीते दिनों प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों को मध्यान्ह भोजन में अंडा वितरण किए जाने को लेकर दो सप्ताह में शाला स्तर पर शाला विकास समिति और पालकों की बैठक आयोजित कर ऐसे छात्र-छात्राओं को चिन्हित किया जाए जो मध्यान्ह भोजन में अण्डा खाना नहीं चाहते हैं। मध्यान्ह भोजन तैयार करने के बाद अलग से अण्डे उबालने अथवा पकाने की व्यवस्था की जाए।

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अंडा नहीं खाने वाले बच्चों को मध्यान्ह भोजन के समय अलग पंक्ति में बैठाकर मध्यान्ह परोसा जाएं। पत्र में कहा गया है कि जिन शालाओं में अण्डा वितरण किया जाना हो, वहां शाकाहारी छात्र-छात्राओं के लिए अन्य प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ यथा सुगंधित सोया दूध, सुगंधित मिल्क, प्रोटीन क्रंच, फोर्टिफाइड बिस्किट, फोर्टिफाइड सोयाबड़ी, सोया मूंगफल्ली चिकी, सोया पापड़, फोर्टिफाइड दाल इत्यादि विकल्प की व्यवस्था की जाएं।

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