सिंधिया को समर्थकों की पार्टी तोड़ राय, “मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस” को पुनर्जीवित करने में दिखाएं रुचि

सिंधिया को समर्थकों की पार्टी तोड़ राय, "मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस" को पुनर्जीवित करने में दिखाएं रुचि

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  • Publish Date - February 19, 2020 / 02:08 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:03 PM IST

ग्वालियर । ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम कमलनाथ के बीच हुई बयानबाजी के बाद, कुछ सिंधिया गुट के नेता माहौल को शांत करने की जगह उसे हवा देने में लगे हैं। कुछ तो ऐसे हैं जो ज्योतिरादित्य सिंधिया को कह रहे हैं कि वो अपने पिता माधवराव सिंधिया की बनाई नई पार्टी “मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस” को एक बार फिर पुनर्जीवित करें। जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मन बना रही है।

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विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस में आयी रूचि राय ठाकुर का बड़बोलापन सामने आया है। खुद को ज्योतिरादित्य सिंधिया का सबसे बड़ा समर्थक बताने के चक्कर में कांग्रेस पार्टी को ही तोड़ने का न्योता अपने महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया को दे रही हैं। रूचि राय ठाकुर सोशल मीडिया पर लिख रही हैं, कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने पिता माधवराव सिंधिया की तरह सूबे में “मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस” को एक बार फिर पुनर्जीवित करें। क्योंकि सिंधिया जी की उनकी ही पार्टी उपेक्षा हो रही है।

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रूचि राय के मुताबिक 90 के दशक में ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी के द्वारा की गयी अनदेखी के चलते 1996 में इस पार्टी का न केवल गठन किया था। बल्कि इसके चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़कर भारी मतों से चुनाव भी जीता था। भले ही रूचि राय ठाकुर इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर रही हों, लेकिन पुराने कांग्रेसी नेता इस बात से इतेफाक नही रखतें हैं, वो कह रहे हैं कि कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए ऐसा कर रहे हैं तो वहीं पार्टी के प्रवक्ता कह रहे हैं कि ऐसे लोगों पर पार्टी नजर रख रही है और कार्रवाई करेगी।

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वही सोशल मीडिया पर रूचि राय ठाकुर जैसे कांग्रेसी समर्थकों जो पोस्ट कर रहे हैं उसको लेकर बीजेपी के सांसद और संघ के वरिष्ठ नेता विवेक शेजवलकर का कहना है कि ये कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। लेकिन इतना जरूर कह रहे हैं कि कांग्रेस की आपसी खींचतान के चलते प्रदेश की जनता परेशान हो रही है। क्योंकि सिंधिया समर्थक जल्दबाजी में कुछ भी बयान दे रहे है।

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बहरहाल जिस तरीके से सोशल मीडिया पर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों के जो बयान सामने आ रहे हैं… वो खुद सिंधिया के लिए भी फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगे। क्योंकि इससे कहीं न कहीं…. ऐसा मैसेज जा रहा है, कि कुछ लोग सिंधिया को पार्टी में ही रखकर उसे तोड़ने के बाद नई पार्टी बनाने की सलाह दे रहे हैं। फिलहाल देखना होगा कि ऐसे लोगों पर पार्टी तो कार्रवाई का मन बना रही है, लेकिन खुद सिंधिया इन बयानों पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।