बचपन से थी ‘हेयर’ खाने की आदत, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाला आधा किलो वजनी बालों का गुच्छा

बचपन से थी 'हेयर' खाने की आदत, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाला आधा किलो वजनी बालों का गुच्छा

बचपन से थी ‘हेयर’ खाने की आदत, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाला आधा किलो वजनी बालों का गुच्छा
Modified Date: November 29, 2022 / 07:50 pm IST
Published Date: March 26, 2019 3:34 pm IST

ग्वालियर । जिले में डॉक्टरों ने एक 7 साल की बच्ची के पेट से बालों का गुच्छा निकाला है। बालों का गुच्छा आधी किलो वजन का है। एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के जरिए ये बालों का गुच्छा निकाला गया। बच्ची की हालत बेहतर बताई जा रही है । अपने आप में अनोखा यह विश्व का 109 वां केस है।

ये भी पढ़ें-जेएनयू कुलपति ने छात्रों पर पत्नी को बंधक बनाने का लगाया आरोप, छात…

दतिया जिले के सेवड़ा तहसील में रहने वाले प्रेम बाथम की बेटी वर्षा बाथम को बचपन से बाल खाने की आदत थी । बाल खाने की आदत की वजह से वर्षा के पेट में आधा किलो वजनी बालों का गुच्छा बन गया था। वर्षा को पेट में असहनीय दर्द रहने लगा। वर्षा को और भी कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।

 ⁠

ये भी पढ़ें- गांव का नाम हो जाए मशहूर इसलिए किसानों ने काटी अधपकी फसल, पीएम मोदी…

निजी अस्पताल के इलाज में बच्ची के पेट में ट्रायकोबेजोआर की बीमारी का पता चला था। जब डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया तो वर्षा के पेट से आधा किलो बालों का गुच्छा निकला। ऑपरेशन के बाद बच्ची अब पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गई है। वही डॉक्टरों ने बताया कि बाल खाने की आदत को मेडिकल भाषा में ट्रायकोबेजोआर भी कहते हैं। ज्यादातर ऐसे केस साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम होने के चलते देखने को मिलते हैं।

ये भी पढ़ें-जयाप्रदा भाजपा में शामिल, रामपुर से आजम खान के खिलाफ लड़ सकती हैं च…

डॉक्टर के अनुसार ट्रायकोबेजोआर रोग बिल्लियों में पाया जाता है। बिल्लियों में ख़ुद के बाल को मुंह से साफ करने की आदत होती है, जिससे उनके पेट में बाल जाने से गुच्छा बन जाता है। हालांकि मनुष्यों में यह समस्या बहुत कम देखने को मिलती है।


लेखक के बारे में