बिना नोटिस के ही निगम अमले ने घरों में चला दिया बुलडोजर, 1 हजार से ज्यादा मजदूर हुए बेघर, सड़क पर डाला डेरा

बिना नोटिस के ही निगम अमले ने घरों में चला दिया बुलडोजर, 1 हजार से ज्यादा मजदूर हुए बेघर, सड़क पर डाला डेरा

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  • Publish Date - May 9, 2020 / 11:53 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:48 PM IST

रीवा। जिले के रतहरा बस्ती में तालाब के चारों तरफ रह रहे श्रमिक परिवारों के ऊपर आज निगम अमले ने बुलडोजर चला दिया जिसके बाद हजारों की तादाद में श्रमिक परिवार अब बेघर हो गए। प्रशासन के द्वारा बिना किसी नोटिस के चलाए गए इस बुलडोजर से अब हजारों की तादाद में मजदूर परिवार सड़कों पर आ चुके हैं और उनकी इस दशा को देखने वाला कोई नहीं रह गया।

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वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जहां पूरा देश संकट से जूझ रहा है और सरकारें श्रमिक परिवारों से संवेदनाएं दिखा रही हैं। वहीं रीवा के रतहरा बस्ती में आज प्रशासन की संवेदनहीनता दिखाई दी है। यहां प्रशासन के बुलडोजर ने तकरीबन एक हजार श्रमिकों को बेघर कर दिया। अब वह सड़कों पर डेरा जमाए हुए है।

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दरअसल वर्ष 2007 में रानी तालाब के समीप रह रहे तकरीबन सैकड़ों की तादाद में श्रमिक परिवारों को सौन्दर्यीकरण को लेकर रतहरा बस्ती में विस्थापित किया गया था। जिसके बाद आज एक बार फिर उसी सौन्दर्यीकरण को लेकर इनके मकानों को ढहाया गया है और अब हजारों की तादाद में श्रमिक परिवार बेघर हो गए हैं और इनकी चिंता करने वाला कोई नहीं है।

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मजदूर परिवारों का कहना है कि पूर्व में विधायक राजेंद्र शुक्ला के पीए राजेश पांडे उनसे मिलने आए थे और उन्होंने आश्वासन दिया था कि उनके मकानों को नहीं गिराया जाएगा और अगर प्रशासन ऐसा करता है तो उसके पहले ही उन्हें पांच 5 हजार रुपए दिए जाएंगे लेकिन आज बिना किसी नोटिस के नगर निगम के अमले ने पुलिस की सहायता से इन परिवारों को बेघर कर दिया।

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एक और जहां इस संकट की घड़ी में मजदूरों की घर वापसी हो रही है वहीं अब उनके घर को उजाड़ दिया गया है जिसके खातिर प्रशासन कटघरे में खड़ा दिखाई दे रहा है। आपको बता दें मामले को लेकर अब भी प्रशासनिक अमला कुछ भी कहने से कतराता नजर आ रहा है संदर्भ में बमुश्किल तहसीलदार ने केवल इतना ही कहा कि नगर निगम के निर्देश पर इनके मकानों को गिराया जा रहा है और यहां पर मनरेगा के तहत सौन्दर्यीकरण का कार्य शुरू होगा।

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