देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 68,020 नए मामले

देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 68,020 नए मामले

  •  
  • Publish Date - March 29, 2021 / 06:13 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:34 PM IST

नयी दिल्ली, 29 मार्च (भाषा) भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 68,020 नए मामले सामने आए जो कि इस साल प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों की सर्वाधिक संख्या है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों में बताया गया कि इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1.20 करोड़ से अधिक हो गए हैं।

आंकड़ों के अनुसार लगातार 19वें दिन संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी गई।

वर्तमान में देश में कोविड-19 के 5,21,808 मरीज उपचाराधीन हैं जो कि कुल मामलों का 4.33 प्रतिशत है।

मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मरीजों के ठीक होने दर घटकर 94.32 प्रतिशत रह गई है।

सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में संक्रमण के 68,020 मामले सामने आए जो कि पिछले साल 11 अक्टूबर से लेकर अब तक की अवधि में प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों की सर्वाधिक संख्या है।

इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,20,39,644 हो गए हैं।

पिछले एक दिन में कोविड-19 से 291 और मरीजों की मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या 1,61,843 पर पहुंच गई।

पिछले साल 11 अक्टूबर को एक दिन में संक्रमण के 74,383 नए मामले सामने आए थे। इस साल 12 फरवरी को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,35,926 थी जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत था और यह प्रतिदिन सामने आने वाली उपचाराधीन मरीजों की सबसे कम संख्या थी।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार शनिवार को 9,13,319 नमूनों की जांच की गई और 28 मार्च तक 24,18,64,161 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से जिन मरीजों की मौत हुई उनमें से महाराष्ट्र के 108, पंजाब के 69, छत्तीसगढ़ के 15, केरल और कर्नाटक के 12-12 और मध्य प्रदेश तथा तमिलनाडु के 11-11 मरीज थे।

अब तक देश में महामारी से 1,61,843 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें महाराष्ट्र के 54,181, तमिलनाडु के 12,670, कर्नाटक के 12,504, दिल्ली के 11,006, पश्चिम बंगाल के 10,324, उत्तर प्रदेश के 8,786, आंध्र प्रदेश के 7,205 और पंजाब के 6,690 मरीज शामिल थे।

स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 70 प्रतिशत मौतें उन लोगों की हुई जो पहले से किसी और बीमारी से पीड़ित थे।

भाषा यश प्रशांत

प्रशांत