Nuh Violence
हरियाणा: Nuh Violence हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद की यात्रा पर भीड़ के पथराव किए जाने के बाद हिंसा भड़क गई थी जिसकी आग गुरुग्राम सहित आसपास के एरिया में फैल गई थी। इसमें दो होम गार्ड और एक मौलवी सहित छह लोगों की जान गई थी। इस हिंसा ने दो गुटों के बीच हुए पथराव के बाद गाडियों में भी तोड़फोड़ की थी।
हिंसा इतनी ज्यादा थी की जिले के सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया था। कर्फ्यू जैसे हालात हो गए थे। प्रशासन ने जगह-जगह पुलिस के बल तैनात किए गए थे। मामले में कोर्ट ने कहा था कि “हमारा मानना है कि भारत का संविधान इस देश के नागरिकों की रक्षा करता है और कानून में निर्धारित प्रक्रिया का पालन किए बिना कोई भी विध्वंस नहीं किया जा सकता है।” इसकी सुनवाई के बाद हरियाणा सरकार ने नूंह में बुलडोजर के शिकार 70 % मुस्लिम तो 30 % हिन्दू के घरों को ध्वस्त कर दिया था।
Nuh Violence मामले में हरिय़ाणा सरकार ने हाईकोर्ट को बताया था कि नूंह हिंसा के बाद 30% हिंदू और 70% मुसलमानों के घर पर बुलडोजर चलाया गया था। जिस पर कोर्ट ने रोक लगाते हुए हाई कोर्ट से जवाब मांगा की लोगों के घरों पर तोड़फोड़ करने से पहले नोटिस जारी किया गया था या नहीं।