8 Indian Navy sentenced to death: नई दिल्ली। इंडियन नेवी के 8 पूर्व कर्मचारियों को कतर की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। इन सभी पर कतर में जासूसी का आरोप लगा है। इसमें मध्यप्रदेश के भोपाल के पूर्णेन्दु तिवारी भी शामिल हैं। बता दें कि 2022 में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों गिरफ्तार किया गया था। सभी पूर्व सैनिक कतर की सेना से जुड़ी कंपनी में काम कर रहे थे।
बता दें कि कतर में आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद देश हैरान है। वहीं, विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। सरकार अदालती फैसले का इंतजार कर रही है। तब सजा पाए सभी भारतीयों को काउन्सलर एक्सेस मिलती रहेगी। लेकिन इसकी संभावनाएं बहुत कम है कि इस मामले में कोई कानून मददगार होगा।
ऐसा इसलिए क्योंकि भारत के पास केवल डिप्लोमेटिक वेपन है, जिसके सहारे वह भारतीयों को बचाने की कोशिश कर सकती है। लेकिन, अंतिम फैसला कतर का ही होगा। वहीं उनके परिवार को भी नहीं पता कि उनके अपनों को किस जुर्म की सजा दी गई है। कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि उन्हें इजरायल के लिए एक सबमरीन प्रोग्राम की जासूसी करने का दोषी ठहराया गया है।
8 Indian Navy sentenced to death: इन आठों पूर्व नौसैनिकों के नाम हैं, जिन्हें सजा दी गई है। कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता और सेलर रागेश. इन सभी को जासूसी के आरोप में पूछताछ करने के लिए इनके स्थानीय निवास से गिरफ्तार कर लिया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, इन 8 भारतीयों की जमानत याचिकाएं कई बार खारिज कर दी गई हैं। कतर के अधिकारियों ने उनकी हिरासत बढ़ा दी थी। गुरुवार को कतर की अदालत ने 8 भारतीयों को फांसी की सजा सुनाई।