राजनीति या किसी भी जगह पारिवारिक विरासत को स्वीकार नहीं करते आंबेडकर: थरूर

राजनीति या किसी भी जगह पारिवारिक विरासत को स्वीकार नहीं करते आंबेडकर: थरूर

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  • Publish Date - October 14, 2022 / 12:22 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:35 PM IST

नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह धारणा काफी सही लगती है कि बी.आर. आंबेडकर इस विचार को “अस्वीकार” करते और इसकी “काफी आलोचना” करते कि राजनीतिक नेतृत्व को चुनाव या योग्यता के अन्य रूपों के बजाय विरासत के आधार पर आगे बढ़ना चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे थरूर ने यहां नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय में अपनी नयी पुस्तक “आंबेडकर: अ लाइफ” के विमोचन के दौरान यह बात कही।

तिरुवनंतपुरम के लोकसभा सदस्य थरूर ने आंबेडकर के बारे में कहा, “एक ऐसा व्यक्ति जिसने कभी भी जाति व्यवस्था के तर्क को नहीं माना, वह राजनीति में या कहीं और पारिवारिक विरासत के सिद्धांत को स्वीकार नहीं करता।”

थरूर ने कहा, “…हालांकि उन्होंने (आंबेडकर ने) इसके बारे में नहीं लिखा है, लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि यह धारणा काफी सही लगती है कि वह इस विचार को अस्वीकार कर देते और इसकी काफी आलोचना करते कि राजनीतिक नेतृत्व को चुनाव या अन्य रूपों के बजाय विरासत के आधार पर आगे बढ़ना चाहिए।”

थरूर से पूछा गया था कि राज्यों में सत्ता परिवारों के हाथों में केंद्रित होने पर आंबडेकर के क्या विचार होते। इस सवाल का जवाब देते हुए थरूर ने यह बात कही।

भाषा जोहेब वैभव

वैभव