चंडीगढ़, 17 नवंबर (भाषा) हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी. सिंह ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से लगते हरियाणा के स्थानों में आतंकवाद विरोधी तंत्र को और मजबूत किया गया है।
डीजीपी ने यह बात एक सप्ताह पहले फरीदाबाद से विस्फोटकों की बरामदगी के साथ ‘‘सफेदपोश’’ आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने के बाद कही है।
उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि सतर्क नागरिक पुलिस की आंख और कान बनकर आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
सिंह ने कहा कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों, दिल्ली पुलिस और आतंकवाद-रोधी अभियानों में शामिल उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों ने रविवार को फरीदाबाद में एक बैठक में भाग लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने जानकारी और ताजा हालात साझा किए। जब सुरक्षा एजेंसियां मिलकर काम करती हैं तो एक और एक मिलकर 11 होते हैं।’’
डीजीपी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘हमने हरियाणा के एनसीआर क्षेत्र में अपने आतंकवाद-रोधी तंत्र को और मज़बूत किया है। यह खुफिया जानकारी इकट्ठा करेगा, जांच करेगा और आतंकवादी गतिविधियों के संदिग्धों के खिलाफ लगातार अभियान चलाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘…लेकिन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सबसे कारगर हथियार है – सतर्क आम नागरिक। जैसे ही आपको कोई संदिग्ध व्यक्ति, गतिविधि या वस्तु दिखाई दे, ‘112’ (हेल्पलाइन) पर सूचित करें या स्थानीय पुलिस को सूचित करें। इससे आतंकवादियों को छिपने की जगह नहीं मिलेगी और उन्हें अपनी योजना और गतिविधियों के लिए जगह नहीं मिलेगी तथा समय रहते उनकी योजनाओं को विफल किया जा सकेगा।’’
सिंह ने कहा कि सतर्क नागरिक भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पुलिस की आंख और कान बन सकते हैं।
डीजीपी ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘उदाहरण के लिए, अमेरिका में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले से पहले, अल-कायदा के आतंकवादी केवल उड़ान भरने का प्रशिक्षण ले रहे थे। अगर प्रशिक्षक यह भांप जाता कि वे उतरने में रुचि नहीं रखते और स्थानीय पुलिस को सूचित कर देते, तो उनकी योजना को रोका जा सकता था।’’
उन्होंने कहा कि इजराइली सेनाएं बड़ी संख्या में आतंकवादी हमलों को नाकाम करती हैं, इसकी एक वजह यह है कि वहां के नागरिक सतर्क रहते हैं और अगर कुछ भी संदिग्ध दिखाई देता है तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करते हैं।
भाषा शोभना वैभव
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