तेजपुर (असम), 28 दिसंबर (भाषा) असम के बिश्वनाथ जिले में प्रशासन ने रविवार को 87 एकड़ से अधिक चरागाह भूमि को खाली कराने के लिए एक बेदखली अभियान चलाया, जिससे 360 से अधिक परिवार प्रभावित हुए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से यह अभियान चलाया गया।
बिश्वनाथ जिले के आयुक्त लखीनंदन सहारिया ने बताया कि बेहाली विधानसभा क्षेत्र के बाघमारी इलाके में सुबह करीब सात बजे बेदखली की कार्रवाई शुरू हुई।
ग्राम चराई आरक्षित क्षेत्र (वीजीआर) के लगभग 265 बीघा (87.45 एकड़) भूमि पर कथित रूप से अतिक्रमण करने वाले 435 परिवारों को अगस्त में बेदखली नोटिस जारी किए गए थे। वीजीआर से तात्पर्य पशुओं की चराई के लिए आरक्षित भूमि से है।
आयुक्त ने बताया कि प्रशासन के नोटिस के खिलाफ 68 परिवारों द्वारा गौहाटी उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने के बाद प्रक्रिया रोक दी गई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘शेष 367 परिवारों द्वारा अतिक्रमण की गई भूमि पर आज बेदखली की कार्रवाई की गई।’’
शांतिपूर्ण बेदखली सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र में भारी सुरक्षा तैनाती के साथ-साथ लगभग 20 खनन मशीनों को सेवा में लगाया गया था।
अपना घर खो चुके कथित अतिक्रमणकारी अलाप उद्दीन हाजी ने दावा किया कि उसे पता ही नहीं है कि उसका परिवार वीजीआर की ज़मीन कब्ज़ाकर बनाया गया है।
उसने कहा, “हम अपने पिता के समय से यहां रह रहे हैं। अब हमारे पास कोई ठिकाना नहीं है।’’
हाजी ने यह भी दावा किया कि वह कई वर्षों से जमीन पर अपना अधिकार सुरक्षित करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन अधिकारियों ने उसे जमीन की वास्तविक स्थिति के बारे में नहीं बताया।
भाषा
राजकुमार नरेश
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