‘साइबर दूल्हों’ से रहें सावधान, अविवाहित युवतियां, अकेले रहने वाली महिलाएं हैं टारगेट.. पुलिस ने जारी किया है हेल्पलाइन नंबर

‘साइबर दूल्हो’’ से रहें सावधान, साइबर अपराध का शिकार होने पर 1930 पर करें फोन

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  • Publish Date - April 5, 2022 / 11:25 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:48 PM IST

नोएडा (उप्र), पांच अप्रैल (भाषा) उत्तर प्रदेश के साइबर अपराध के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने लोगों से अपील की है कि वे ‘‘साइबर दूल्हो’’ से सचेत रहें। उन्होंने बताया कि डिजिटल मंच पर कुछ लोग अपनी फर्जी प्रोफाइल बना अविवाहित युवतियों तथा अकेले रहने वाली महिलाओं को अपने जाल में फंसा, उनसे मोटी रकम ठग रहे हैं। इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं।

सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश साइबर अपराध पुलिस ने इस तरह के दर्जनों मामलों का खुलासा किया है। इनमें नाइजीरियन या शादीशुदा व्यक्ति सोशल मीडिया पर किसी सुंदर व्यक्ति की तस्वीर लगाकर, अपने आपको कुंवारा बताते हैं और युवतियों को अपने जाल में फंसा लेते हैं। बाद में ये लोग कीमती गिफ्ट हवाई अड्डे पर जब्त किए जाने, बीमारी तथा सड़क दुर्घटना आदि का बहाना बनाकर युवती तथा उसके परिजन से मोटी रकम वसूल लेते हैं और फिर रफूचक्कर हो जाते हैं।

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उन्होंने बताया कि ये लोग ज्यादातर उन युवतियों को शिकार बना रहे हैं, जिन्होंने ज्यादा उम्र होने पर भी शादी नहीं की तथा उनकी शादी में अब अड़चन आ रही है या वे युवतियां जो शादी करके विदेश में जाकर बसना चाहती हैं।

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उन्होंने कहा कि अगर आप अपने परिवार के किसी सदस्य की शादी के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन विज्ञापन देख रहे हैं, तो थोड़ा होशियार हो जाएं। साइबर ठग अब शादी के नाम पर भी ठगी करने में जुट गए हैं। देश के महानगरों मे अब तक इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं।

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सिंह ने कहा कि साइबर अपराध का शिकार होने पर लोग 1930 पर तुरंत संपर्क करें और अपनी शिकायत दर्ज कराएं। साइबर अपराध को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने विशेष पहल की है। उत्तर प्रदेश में 18 साइबर थाने खोले गए हैं। पीड़ित लोगों की मदद के लिए लखनऊ मुख्यालय में 48 विशेषज्ञ लोगों की टीम बनाई गई है।

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उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सावधान रहें और अगर कोई व्यक्ति केवाईसी (नो योर कस्टमर) अपडेट करने, बैंक संबंधित जानकारी देने, इंटरनेट की गति बढ़ाने या क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाने आदि के नाम पर आपसे संपर्क करता है और कोई ऐप ‘डाउनलोड’ करने की बात कहता है, तो तुरंत सावधान हो जाएं। वह साइबर ठाक हो सकता है।