JDU MP Questions in Loksabha: ’11 साल में बिहार को नहीं मिली एक भी नई रेल’, JDU के सांसद ने संसद में किया सवाल, तो रेल मंत्री ने दिया करारा जवाब

JDU MP Questions in Loksabha: '11 साल में बिहार को नहीं मिली एक भी नई रेल', JDU के सांसद ने संसद में किया सवाल, तो रेल मंत्री ने दिया करारा जवाब

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  • Publish Date - July 23, 2025 / 07:54 PM IST,
    Updated On - July 23, 2025 / 07:55 PM IST

JDU MP Questions in Loksabha | Photo Credit: Sasad TV Screengrab

HIGHLIGHTS
  • लोकसभा में सांसद यादव का आरोप
  • कहा बिहार को 11 सालों से नहीं मिली नई ट्रेन
  • रेल मंत्री ने पांच नई रेलगाड़ियों का हवाला दिया

नयी दिल्ली: JDU MP Questions in Loksabha जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद गिरिधारी यादव ने बिहार में मतदाता सूची को लेकर जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान का बुधवार को विरोध किया और कहा कि इससे पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठेंगे। यादव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि निर्वाचन आयोग को एसआईआर को कम से कम छह महीने तक करना चाहिए ताकि पात्र मतदाताओं को आवश्यक प्रमाण दाखिल करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके और उन लोगों का नाम हटाया जा सके जिनके पास मतदान का अधिकार नहीं है। उन्होंने दावा किया कि एसआईआर अभियान ने लोगों खासकर गरीबों को ‘‘थका दिया है और परेशान कर दिया है’’ और ऐसे लगता है कि मानो वे किसी चिकित्सीय आपात स्थिति में हों।

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यादव ने कहा, ‘‘लोग अभी धान की खेती में व्यस्त हैं। अब उन्हें सभी प्रकार के दस्तावेज़ ढूंढ़ने होंगे और अधिकारियों के पास जमा करने होंगे। उन्हें बहुत परेशानी हो रही है। चुनाव आयोग को एसआईआर के लिए कम से कम छह महीने का समय देना चाहिए और यह प्रक्रिया गर्मियों में करानी चाहिए।’’ उन्होंने सवाल किया कि अगर मतदाता सूची लोकसभा चुनाव के लिए सही थी, तो कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए यह गलत कैसे हो सकती है? बांका से लोकसभा सदस्य ने कहा, ‘‘क्या मुझे गलत मतदाता सूची के आधार पर चुना गया है? इससे पूरी चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठेंगे।’’

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उन्होंने कहा कि इस ‘‘जल्दबाज़ी’’ वाली प्रक्रिया के कारण बिहार से बाहर रहने वाले लाखों प्रवासी अपने मताधिकार से वंचित हो सकते हैं। एसआईआर को अपनी पार्टी के समर्थन के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि वह एक लोकसभा सदस्य के रूप में अपनी स्वतंत्र राय व्यक्त कर रहे हैं। यादव ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि उन्हें दस्तावेज़ इकट्ठा करने में 10-11 दिन लगे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा बेटा अमेरिका में रहता है…मुझे नहीं पता कि मेरा बेटा अब बिहार में मतदाता होगा या नहीं।’’

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लोकसभा में प्रश्नकाल के में सांसद का बड़ा दावा

दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी, जद (यू) ने एसआईआर का बचाव करते हुए कहा है कि इसका उद्देश्य योग्य मतदाताओं की पहचान करना है ताकि संदिग्ध घुसपैठियों सहित अयोग्य मतदाता मतदान न कर सकें। गिरिधारी यादव ने बुधवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान दावा किया कि पिछले 11 वर्षों में बिहार को एक भी नयी ट्रेन नहीं मिली, जबकि केंद्र में राजग की सरकार लाने में इस प्रदेश की बड़ी भूमिका है। इस पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मोदी सरकार ने बिहार के लिए पांच नयी ‘अमृत भारत’ रेलगाड़ियां चलाई हैं।

एसआईआर अभियान क्या है?

विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) मतदाता सूची की जांच और सहीकरण की प्रक्रिया है, जिसमें पात्र मतदाताओं की पहचान की जाती है और गलत नाम हटाए जाते हैं।

एसआईआर अभियान क्यों विवादित हो गया है?

कई लोग, खासकर सांसद गिरिधारी यादव के मुताबिक, इससे गरीब और प्रवासी मतदाता परेशान हो रहे हैं और कुछ मतदान के अधिकार से वंचित हो सकते हैं।

सांसद गिरिधारी यादव ने क्या सुझाव दिया है?

उन्होंने कहा कि एसआईआर अभियान कम से कम छह महीने तक चलाया जाना चाहिए ताकि सभी को अपने दस्तावेज़ जमा करने का पर्याप्त समय मिले।

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