भ्रष्टाचार पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्रियों की टिप्पणी से भाजपा नेतृत्व नाराज

भ्रष्टाचार पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्रियों की टिप्पणी से भाजपा नेतृत्व नाराज

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  • Publish Date - November 16, 2022 / 07:44 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:29 PM IST

देहरादून, 16 नवंबर (भाषा) उत्तराखंड के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हालिया बयान पार्टी नेतृत्व को रास नहीं आये हैं, जिसका मानना है कि उन्हें अपनी राय सार्वजनिक रूप से नहीं बल्कि सांगठनिक मंचों पर रखनी चाहिए।

पुष्कर सिंह धामी से पहले कुछ समय तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत हाल में अपनी कथित टिप्पणियों से सबके निशाने पर आ गए कि बिना कमीशन दिए राज्य में कोई काम नहीं हो सकता है।

कथित टिप्पणी वाला उनका एक वीडियो सामने आया था। हालांकि तीरथ सिंह रावत को यह कहते हुए सुना गया कि इसके लिए किसी विशेष व्यक्ति को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन उनकी टिप्पणी ने भाजपा को शर्मसार कर दिया क्योंकि वह राज्य में सत्ता में है। उन्होंने कहा, ‘‘कमीशनखोरी उत्तर प्रदेश में प्रचलित प्रथा थी और दुर्भाग्य से, यह उत्तराखंड में जारी है।’’

उत्तराखंड अलग राज्य बनने से पहले उत्तर प्रदेश का हिस्सा था। तीरथ सिंह रावत के पूर्ववर्ती त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी भ्रष्टाचार पर अपनी राय रखी थी।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि उनकी टिप्पणियों का संज्ञान लेते हुए केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की है। भट्ट से उन दोनों को यह बताने के लिए कहा गया है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता होने के नाते उन्हें सार्वजनिक रूप से ऐसी कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जिससे भाजपा की छवि खराब हो। सूत्रों ने कहा कि अगर वे किसी मुद्दे को उठाना चाहते हैं तो वे इसे पार्टी के मंचों पर उठा सकते हैं।

भाषा आशीष मनीषा

मनीषा