केरल में कांग्रेस को बड़ा झटका, इस बड़े नेता ने थामा कमल

केरल में कांग्रेस को बड़ा झटका, इस बड़े नेता ने थामा कमल

  •  
  • Publish Date - March 14, 2019 / 10:12 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:00 PM IST

नई दिल्‍ली, लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को महाराष्ट्र और गुजरात के बाद केरल में बड़ा झटका लगा है। दक्षिण भारत के दिग्गज कांग्रेसी नेता टॉम वडक्कन ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। वहीं बीजेपी के लिए पंश्चिम बंगाल से भी अच्छी खबर आई जहां तृणमूल कांग्रेस के नेता अर्जुन सिंह भी बीजेपी के साथ हो लिए हैं।

ये भी पढ़ें- मसूद अजहर पर चीन ने फिर लगाया अड़ंगा, वैश्विक आतंकवादी प्रस्ताव पर …

राजीव गांधी के सहायक रह चुके हैं वडक्कन
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में कांग्रेस नेता और प्रवक्ता टॉम वडक्कन भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है। टॉम वडक्‍कन यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी के बेहद करीबी बताए जाते हैं। बताया जा रहा है कि कुछ और कांग्रेसी नेता भी हाथ छोड़ कमल थाम सकते हैं। टॉम वडक्कन पूर्व प्रधानमंत्री और दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव गांधी के सहायक भी रहे हैं।

ये भी पढ़ें- कॉलेज छात्राओं को सेक्स के बदले अच्छे नंबर दिलाने वाली प्रोफेसर को…

एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने से बदला मन
बीजेपी ज्वाइन करने के बाद टॉम वडक्‍कन ने बताया, ‘पाकिस्‍तानी आंतकवादियों ने जब हमारे देश पर हमला किया, तब कांग्रेस पार्टी ने जैसे व्‍यवहार किया, वो मुझे बिल्‍कुल भी पसंद नहीं आया। तब कांग्रेस के बयान में मुझे बेहद दुखी किया। अगर आतंकी हमले के समय कोई राजनीतिक पार्टी देश के विरुद्ध बयान देती है, तो मेरे पास पार्टी छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।’ उन्होंने कहा कि मैंने अपने राजनीति जीवन के कई साल कांग्रेस में बिता, लेकिन वहां वंशवाद की राजनीति हावी है।

ये भी पढ़ें- जीजाजी के साथ साले साहब भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, स्मृति ईरानी न…

बीजेपी के लिए गिफ्ट हैं वडक्कन
टॉम वडक्कन कांग्रेस के स्पोक पर्सन रहे चुके हैं। इसके अलावा वडक्‍कन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, एआइसीसी शिकायत निवारण समिति के प्रमुख और फिल्‍म प्रमाणन ट्रिब्‍यूनल के अपीलीय सदस्‍य भी रह चुके हैं। केरल में उनकी अच्‍छी पकड़ है। ऐसे में वडक्‍कन के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है। इधर, भाजपा के लिए दक्षिण में पैर मजबूत करने में ये कदम मददगार साबित होगा।