हैदराबाद: भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव में किसी उम्मीदवार का समर्थन करने के बारे में चर्चा के लिए बैठक करेगी। बीआरएस ने उपराष्ट्रपति चुनाव में समर्थन को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और ‘इंडिया’ गठबंधन दोनों से ही समान दूरी बनाई हुई है।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए रामा राव ने संकेत दिया कि उनकी पार्टी कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार का विरोध करेगी। राजग ने जहां महाराष्ट्र के राज्यपाल और तमिलनाडु के वरिष्ठ भाजपा नेता सी पी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं ‘इंडिया’ गठबंधन ने उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सुदर्शन रेड्डी को प्रत्याशी बनाया है। रामा राव ने बताया कि अभी तक किसी भी गठबंधन ने बीआरएस से संपर्क नहीं किया है।
रामा राव ने कहा, ‘‘किसी ने हमसे समर्थन नहीं मांगा है… अभी समय है। चुनाव नौ सितंबर को होगा। हमारी पार्टी चुनाव की तारीख से पहले चर्चा और फैसला करेगी।’’
भाजपा और कांग्रेस पर तेलंगाना की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि बीआरएस उस पार्टी को समर्थन देने पर विचार करेगी जो राज्य को दो लाख टन यूरिया देने का आश्वासन दे।
बीआरएस के राज्यसभा में चार सदस्य हैं, लेकिन लोकसभा में उसका कोई सदस्य नहीं है। बीआरएस नेता ने जोर देकर कहा कि पार्टी का फैसला तेलंगाना की जनता की भावना, आकांक्षाओं और उनके हितों पर आधारित होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी जिस किसी का भी समर्थन करेंगे, हम उसका जरूर विरोध करेंगे क्योंकि कांग्रेस एक ‘थर्ड क्लास’ पार्टी है। क्या आपको लगता है कि हम ऐसी पार्टी द्वारा खड़े किए गए उम्मीदवार का समर्थन करेंगे?’’