चंडीगढ़, 13 दिसंबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को जिला परिषद व पंचायत समिति चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर लगाए गए ‘मनमानी’ के आरोपों को लेकर कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की कड़ी आलोचना की तथा कहा कि इन दोनों दलों ने चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है।
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आरोप लगाया था कि राज्य में ‘आप’ सरकार ने 14 दिसंबर को होने वाले जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों के लिए फर्जी मतपत्र छापे थे।
मान ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए चन्नी की जमकर आलोचना की और कहा कि उनका बयान ‘गैरजिम्मेदाराना’ है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया, “कांग्रेस और अकाली दल दोनों ने ही निकाय चुनावों में अपनी हार स्वीकार कर ली है, लेकिन वे आम आदमी पार्टी की सरकार पर विपक्षी उम्मीदवारों के खिलाफ मनमानी का आरोप लगा रहे हैं।”
मान ने जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों का विवरण देते हुए बताया कि ब्लॉक समितियों के 2,833 क्षेत्रों में से 340 में ‘आप’ के उम्मीदवार, कांग्रेस के तीन उम्मीदवार और आठ निर्दलीय उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।
मान ने पूछा, “अगर कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं, तो क्या इन सीट पर कोई मनमानी नहीं हुई?”
उन्होंने बताया कि पंचायत समिति चुनावों में आम आदमी पार्टी के 2,771 उम्मीदवार, कांग्रेस के 2,433, शिअद के 1,814, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 1,127, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 195, शिअद (अमृतसर) के तीन और 686 अन्य उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने पूछा, “विपक्षी उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही कैसे पाए गए?”
विपक्षी दलों ने इससे पहले सत्तारूढ़ ‘आप’ पर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करते हुए विपक्षी उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल करने से रोकने और उनकी उम्मीदवारी खारिज करने का आरोप लगाया था।
मान ने कहा कि जिला परिषद के कुल 347 जोन हैं, जिनमें से 331 जोन में कांग्रेस, 298 में अकाली दल, 215 में भाजपा, 50 में बसपा, चार में शिअद (अमृतसर) और 143 में अन्य दल चुनाव लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिला परिषद चुनाव में कुल 1,396 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। मान ने यह भी बताया कि इन उम्मीदवारों के नामांकन पत्र भी स्वीकार कर लिए गए हैं।
मान ने प्रतिद्वंद्वी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दलों ने चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है।
मुख्यमंत्री ने पूछा,“उन्हें (विपक्षी दलों को) पता चल गया है कि जनता उनके साथ नहीं है। इसलिए वे आरोप लगा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी ने वोट लूटे हैं। वे आत्मनिरीक्षण क्यों नहीं करते?”
भाषा जितेंद्र माधव
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