IBC24 News Mind Summit
रायपुर: IBC24 News Mind Summit छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने आज अपने कार्यकाल के दो साल पूरे कर लिए हैं।इन दो वर्षों में सरकार ने किन चुनौतियों का सामना किया, अपने चुनावी वादों को किस हद तक जमीन पर उतारा और शासन–प्रशासन के स्तर पर क्या ठोस बदलाव किए? इन्हीं अहम सवालों के जवाब तलाशने के लिए IBC24 ने ‘माइंड समिट 2025’ स्टूडियो एडिशन का आयोजन किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सीएम विष्णु देव साय शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने सरकार के दो साल के काम को लेकर बताए।
IBC24 News Mind Summit बस्तर में नक्सलवाद खात्मे को लेकर सीएम साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ वैसे तो एक समृद्ध प्रदेश है। कहे कि यहां खनिज संपदा भरपूर है। वन संपदा भी भरपूर है। 44% भूभाग वनों से आच्छादित है। सैकड़ों तरह के फॉरेस्ट प्रोड्यूस हैं। और यहां पर मिट्टी भी उर्वा शक्ति से भरपूर है। मेहनतकश किसान भी हैं और उसके बाद भी यहां पर गरीबी थी और विशेषकर बस्तर के क्षेत्रों में जबकि बस्तर को हम धरती का स्वर्ग कह सकते हैं। वहां पर अनेकों वाटरफॉल्स है। कुटुंबसर का गुफा है। आपका बोझमाड़ लंबा चौड़ा डेंस फॉरेस्ट है। उसके बाद भी उस क्षेत्र के विकास में एक बहुत बड़ा बाधक था नक्सलवाद और 2023 में जब हम लोग सरकार में आए उससे पहले की सरकार भी अपने हिसाब से लड़ती रही।
हालांकि कांग्रेस की जब सरकार थी उसमें ठीक से लड़ी नहीं गई और जब 2023 दिसंबर में हम लोग सरकार में आए और अगले ही महीना जनवरी 2024 में गृह मंत्री जी अमित शाह जी छत्तीसगढ़ पधारे और नक्सलवाद को लेकर एक बैठक किए तब पता चला कि जो पूरे देश में नक्सलवाद है जो एक राष्ट्रीय समस्या है उसका अधिकांश भाग छत्तीसगढ़ में 75% से ज्यादा नक्सलवाद छत्तीसगढ़ में है। लेकिन कि डबल इंजन की सरकार भी हो गई और प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में गृह मंत्री जी की दृढ़ इच्छा शक्ति उन्होंने ये संकल्प और एक डेडलाइन तय कर दिया कि 31 मार्च 2026 को समूचे देश से इस नक्सलवाद को समाप्त करना है। तो उस समय हम लोगों को भी लगता है कि कैसे गृह मंत्री जी ने इतना बड़ा घोषणा कर दिया लेकिन उनकी कुशल रणनीति और उनका जो जवानों का हौसला अफजाई करना उनके बीच में कैंपों में जाना उनके साथ बातचीत करना उनके साथ भोजन करना फिर आसपास के गांव में जाना लोगों के बीच में चौपाल लगाना तो ये सबसे इतना हमारे जवानों का मोरल बूस्ट हुआ।
इतना साहस हुआ कि आज लगातार सफलताएं मिल रही हैं और बड़े-बड़े जो माओवाद है सब न्यूट्रलाइज हो रहे हैं। बसव राजू जो मतलब माओवाद का सबसे बड़ा सीसी मेंबर था वो भी न्यूट्रलाइज हुआ और भी अनेक न्यूट्रलाइज हुए तो लगातार सफलताएं मिल रही हैं। और हम यह कह सकते हैं कि 2 वर्षों की लड़ाई में एक तो हम जवानों के साहस को भी नमन करना चाहेंगे और नक्सलवाद की कमर ही टूट गई है। नक्सलवाद अंतिम सांसें ले रहा है। लेकिन हम लोग ये जानते हैं कि नक्सलवाद तो समाप्त होगा। लेकिन उस क्षेत्र में हम लोगों को विकास भी पहुंचाना है। और इसके लिए जैसा आपने कहा कि नियद नेलानार ये गोड़ी भाषा में है और इसका हिंदी अनुवाद है आपका सुंदर गांव। हम तो इस योजना के माध्यम से हम लोग विकास को गांव तक पहुंचा रहे हैं।
लगातार सुरक्षा कैंप खुल रहे हैं और अब गृह मंत्री जी ने उसका दायरा भी बढ़ा दिया है। पहले एक सुरक्षा कैंप के 5 किमी रेडियस उसका वो क्षेत्र होता था। अब उसको बढ़ा के 10 कि.मी. उन्होंने कर दिया है। तो अभी करीब 400 गांव से ज्यादा आबाद हो चुके हैं। पहले वहां कोई जाता नहीं था। पैसा सेंशन करने के बाद भी कोई वहां रोड बनाने को तैयार होता नहीं था। लेकिन अब वहां पर सड़कें भी बन रही हैं। बिजली भी पहुंच रही है। घरों में हम लोग पानी भी पहुंचा रहे हैं। राशन वहां पर नहीं पहुंचता था। राशन कार्ड भी बन रहा है। अयुष्मान कार्ड बन रहा है। वहां पर दूरसंचार के साधन खड़े हो रहे हैं। स्कूल जो बंद पड़े थे जहां खाली गोलीबारी की आवाज आती आज वहां स्कूल की घंटियां बज रही हैं। अस्पताल खुल रहे हैं। तो ये तो नियत नीलानार योजना के माध्यम से कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह से पूरे छत्तीसगढ़ की और विशेषकर बस्तर की चिंता भारत सरकार की है। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री की है।