कांग्रेस ने ईरान पर इजराइल की हालिया बमबारी और निशाना बनाकर की गईं हत्याओं की निंदा की

कांग्रेस ने ईरान पर इजराइल की हालिया बमबारी और निशाना बनाकर की गईं हत्याओं की निंदा की

  •  
  • Publish Date - June 15, 2025 / 02:57 PM IST,
    Updated On - June 15, 2025 / 02:57 PM IST

नयी दिल्ली, 15 जून (भाषा) कांग्रेस ने ईरान पर इजराइल की हालिया “बमबारी और निशाना बनाकर की गईं हत्याओं” की रविवार को निंदा करते हुए कहा कि ईरान की संप्रभुता पर हमला और इसके अधिकारों का उल्लंघन अस्थिरता को बढ़ाएगा तथा भावी संघर्ष के बीज बोएगा।

कांग्रेस ने कहा कि भारत को स्पष्ट रूप से बोलना चाहिए, जिम्मेदारी से काम करना चाहिए और तनाव को कम करने तथा बातचीत को बढ़ावा देने के लिए उपलब्ध हर कूटनीतिक माध्यम का उपयोग करना चाहिए।

कांग्रेस महासचिव (प्रभारी संचार) जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ईरान पर इजराइल की हालिया बमबारी और निशाना बनाकर हत्याएं किए जाने की स्पष्ट रूप से निंदा करती है। यह एक खतरनाक उकसावे की कार्रवाई है, जिसके गंभीर क्षेत्रीय व वैश्विक परिणाम हो सकते हैं।”

उन्होंने लिखा, “ईरान की संप्रभुता पर यह हमला और उसके अधिकारों का उल्लंघन-चाहे वह हवाई हमलों के जरिए हो या गुपचुप हत्याओं के माध्यम से, अस्थिरता को और बढ़ा देगा तथा भावी संघर्ष के बीज बोएगा।”

रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का दृढ़ विश्वास है कि हिंसा के बजाय कूटनीति, संवाद और अंतरराष्ट्रीय सहयोग ही आगे बढ़ने का एकमात्र वैध और स्थाई मार्ग हैं।

उन्होंने कहा, “आक्रामकता तुरंत समाप्त होनी चाहिए। सैन्य टकराव की निरंतरता पहले से ही नाज़ुक क्षेत्र को व्यापक युद्ध में धकेलने का जोखिम पैदा करती है, जिसका मानवीय और आर्थिक दोनों दृष्टि से विनाशकारी प्रभाव पड़ सकता है।”

रमेश ने कहा कि भारत के ईरान के साथ लंबे समय से सांस्कृतिक संबंध रहे हैं और हाल के दशकों में इजराइल के साथ रणनीतिक संबंध भी विकसित हुए हैं।

उन्होंने कहा कि यह विशिष्ट स्थिति भारत को तनाव कम करने और शांति स्थापित करने की नैतिक जिम्मेदारी प्रदान करती है।

उन्होंने कहा, “पश्चिम एशिया में लाखों भारतीय नागरिक रहते और काम करते हैं, ऐसे में इस क्षेत्र में शांति न केवल एक भू-राजनीतिक चिंता है, बल्कि भारत के लिए एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हित का विषय भी है। भारत को स्पष्ट रूप से बोलना चाहिए, जिम्मेदारी से कार्य करना चाहिए और उपलब्ध हर कूटनीतिक माध्यम का उपयोग कर तनाव कम करने और संवाद को पुनर्स्थापित करने के प्रयास को बढ़ावा देना चाहिए।”

इजराइल ने शुक्रवार को ईरान के परमाणु, मिसाइल और सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ शुरू किया था। इस हमले में ईरान के प्रमुख सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई।

ईरान ने इजराइल पर ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइलों से जवाबी हमले किए हैं।

भाषा जोहेब संतोष

संतोष