(तस्वीरों के साथ)
सुजापुर(प. बंगाल), दो जुलाई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी ने रविवार को दावा किया कि ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस केवल केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से लड़ने को लेकर गंभीर है, पश्चिम बंगाल में नहीं क्योंकि कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ एक शब्द तक नहीं बोलते हैं।
मालदा जिले के सुजापुर में पंचायत चुनाव के लिए आयोजित रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि न तो चौधरी और न ही कांग्रेस का कोई अन्य नेता पश्चिम बंगाल के गरीबों के साथ खड़ा होता है जिन्हें काम से वंचित किया जा रहा है क्योंकि केंद्र ने मनरेगा के तहत मिलने वाले धन को रोक दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘ राहुल गांधी जैसे कांग्रेस के शीर्ष नेता भाजपा के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए हमारी नेता ममता बनर्जी से चर्चा करते हैं। हम इस बात को लेकर हतप्रभ हैं कि राज्य कांग्रेस इकाई प्रमुख की क्या भूमिका है जो एक शब्द भी अमित शाह या नरेन्द्र मोदी के बारे में नहीं बोलते।’’
बनर्जी ने कहा, ‘‘ ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी (अधीर रंजन चौधरी) एकमात्र मंशा ममता बनर्जी नीत पार्टी को कमजोर करना है जो बंगाल के लोगों के हितों की रक्षा कर रही है। उन्हें(चौधरी को) अमित शाह के गृह मंत्रालय से सुरक्षा मिली है क्योंकि उन्हें पश्चिम बंगाल पुलिस पर विश्वास नहीं है।’’
उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का कोई नेता भी भाजपा के खिलाफ नहीं बोल रहा है।
बनर्जी ने कहा, ‘‘आपने कभी सुना है कि मोहम्मद सलीम, बिमान बोस और सुजान चक्रवर्ती ने भाजपा के घृणा एजेंडे के खिलाफ एक शब्द भी बोला हो? उनमें साहस की कमी है। केवल तृणमूल कांग्रेस ही है जिसमें भाजपा का मुकाबला करने का साहस है।’’
बनर्जी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चौधरी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच गुप्त समझौता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी ने कई राज्यों में कांग्रेस का विरोध कर भाजपा विरोधी लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के गठबंधन को कमजोर किया है। इसके अलावा वे पश्चिम बंगाल में भाजपा के मजबूत होने में मदद कर रहे हैं।’’
माकपा के राज्यसभा सदस्य बिकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की भाजपा के खिलाफ लड़ाई में भूमिका संदेहों से परे नहीं है।
पश्चिम बंगाल इकाई के भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मुहैया कराई जा रही राशि राज्य में लाभार्थियों को नहीं पहुंच रही थी और उसका गबन तृणमूल नेता कर रहे थे जिसकी वजह से केंद्र ने राशि रोकी।
उन्होंने कहा, ‘‘ सभी जानते हैं कि तृणमूल कांग्रेस का मतलब भ्रष्टाचार है। भले अभिषेक बनर्जी या तृणमूल का कोई अन्य नेता इस दाग को धोने की कोशिश करे पर वह धुल नहीं सकता। पश्चिम बंगाल की जनता ने तृणमूल कांग्रेस को खारिज कर दिया है। ’’
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए आठ जुलाई को मतदान होगा।
भाषा धीरज नरेश
नरेश