दिल्ली: ट्रोनिका सिटी को एफएनजी एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले राजमार्ग के अध्ययन के लिए निविदा जारी

दिल्ली: ट्रोनिका सिटी को एफएनजी एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले राजमार्ग के अध्ययन के लिए निविदा जारी

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  • Publish Date - July 25, 2025 / 08:01 PM IST,
    Updated On - July 25, 2025 / 08:01 PM IST

नयी दिल्ली, 25 जुलाई (भाषा) भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने ट्रोनिका सिटी को निर्माणाधीन फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले प्रस्तावित राजमार्ग पर व्यवहार्यता अध्ययन के संबंध में एक सलाहकार नियुक्त करने के लिए निविदा जारी की। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

इस कदम का उद्देश्य प्रस्तावित 65 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर संभावित समस्याओं का अध्ययन कर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वाहनों की आवाजाही को कम करना है।

अधिकारियों के अनुसार, अध्ययन कार्य आवंटित होने के बाद अगले वर्ष अप्रैल तक एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार होने की उम्मीद है।

इस अध्ययन में पैदल क्रॉसिंग की पहचान करना, कार की गति, वाहनों की आवाजाही की समस्याओं, भीड़भाड़ वाले बिंदु और पुलों या अंडरपास के निर्माण द्वारा इन समस्याओं का समाधान करना शामिल होगा।

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ जून में एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा घोषित यह राजमार्ग दिल्ली में वाहनों की बढ़ती आवाजाही को कम करने की योजना का हिस्सा है।

बैठक में स्वीकृत परियोजनाओं में प्रस्तावित राजमार्ग सबसे लंबा है।

सरकार के अधिकारियों ने बताया, “यह राजमार्ग एनसीआर के पांच प्रमुख मार्गों दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, डीएनडी-फरीदाबाद हाईवे और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा।”

उन्होंने बताया कि यह राजमार्ग लोनी, बागपत, गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद जैसे एनसीआर के शहरों को उत्तरी व दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली से जोड़ेगा।

निविदा दस्तावेजों के मुताबिक, “इस राजमार्ग के निर्माण से शहर की सड़कों और सराय काले खां खंड व कालिंदी कुंज जैसे प्रमुख स्थानों पर वाहनों की आवाजाही को कम करने में मदद मिलेगी।”

निविदा में यह भी बताया गया कि सलाहकार यातायात अध्ययनों से प्राप्त आंकड़ों और सूचनाओं तथा भूमि की उपलब्धता सहित मौजूदा विशेषताओं के अध्ययन के आधार पर संभावित टोल प्लाजा स्थान की पहचान भी करेंगे।

प्राधिकरण, सुरक्षा की दृष्टि से राजमार्ग पर एक उन्नत यातायात प्रबंधन प्रणाली स्थापित करने की योजना बना रहा है।

प्रस्तावित राजमार्ग के निर्माण की अनुमानित लागत 7500 करोड़ रुपये है।

भाषा जितेंद्र नरेश

नरेश