पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, अन्य लोगों ने किसान आंदोलन को दिया समर्थन

पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, अन्य लोगों ने किसान आंदोलन को दिया समर्थन

पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, अन्य लोगों ने किसान आंदोलन को दिया समर्थन
Modified Date: November 29, 2022 / 07:45 pm IST
Published Date: February 3, 2021 8:53 am IST

नयी दिल्ली, तीन फरवरी (भाषा) पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन की दिशा में काम करने वाली ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अनेक लोगों ने केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शनों के प्रति समर्थन व्यक्त किया है।

दरअसल अंतरराष्ट्रीय पॉप गायिका रिहाना ने एक खबर साझा की थी जिसमें कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद करने और किसानों के खिलाफ केन्द्र की कार्रवाई का जिक्र किया गया था, इसके बाद लोगों ने इस पर प्रतिक्रियाएं की हैं।

थनबर्ग ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘ हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं।’’

 ⁠

उन्होंने इसके साथ ही सीएनएन की एक खबर टैग की जिसका शीर्षक था ‘ प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस में झड़प के बीच भारत ने नयी दिल्ली के आसपास इंटरनेट सेवा बंद की।’

हैरिस की भांजी मीना हैरिस ने कहा,‘‘ यह महज इक्तेफाक नहीं है कि अभी एक माह भी नहीं हुआ कि दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र पर हमला हुआ और जब हम बात कर रहे हैं उस वक्त सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला हो रहा है।’’

पेशे से वकील मीना हैरिस ने ट्वीट किया,‘‘ यह जुड़ा हुआ है। हम सब को भारत के इंटरनेट बंद करने और किसानों के प्रदर्शन पर अर्धसैन्य बलों की हिंसा पर आक्रोशित होना चाहिए।’’

इससे पहले रिहाना ने ट्वीट किया,‘‘ हम किसानों के आंदोलन के बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?’’

नौ साल की नन्ही जलवायु कार्यकर्ता लिसीप्रिया कंगुजम ने थनबर्ग से प्रदर्शन को समर्थन देने का अनुरोध किया था और कहा था कि किसान पहले ही जलवायु परिवर्तन जैसे संकट का सामना कर रहे हैं।

उसने ट्वीट किया,‘‘ ग्रेटा थनबर्ग लाखों भारतीय किसानों की आवाज को समर्थन दें। यह उनके अधिकारों का विश्व का सबसे बड़ा ऐतिहासिक प्रदर्शन है।’

कंगुजम को भारत की ग्रेटा थनबर्ग भी कहा जाता है।

जलवायु परिवर्तन पर युगांडा की कार्यकर्ता वानेसा नकाटे ने भी किसानों के प्रदर्शन को समर्थन दिया है।

उन्होंने कंगुजम को टैग करते हुए कहा,‘‘ हमें भारत में हो रहे किसानों के प्रदर्शनों पर आवाज उठानी चाहिए।’’

कंगुजम ने एक अन्य ट्वीट में कहा,‘‘ प्रिय मित्रों, ठंड के इस मौसम में सड़कों पर सो रहे हमारे गरीब किसान आपसे कोई अपेक्षा नहीं रखते। उनके मुद्दे पर प्यार और समर्थन भरा एक ट्वीट उनके लिए बहुत मायने रखता है। हमारे भारतीय सेलेब्रिटीज का कोई काम नहीं।’’

भाषा

शोभना शाहिद

शाहिद


लेखक के बारे में