हैदराबाद, नौ दिसंबर (भाषा) तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के दो साल के शासन पर आरोपों को दर्शाने वाले एक पोस्टर को लेकर प्रदेश भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी सुमिरन कोमारराजू और टीम के दो अन्य सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया गया।
इस कार्रवाई को ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दमन’ बताते हुए भाजपा नेताओं ने इसकी कड़ी निंदा की।
भाजपा द्वारा हाल ही में कांग्रेस कार्यालय के बाहर लगाए गए पोस्टरों पर शीर्षक था, “रेवंत रेड्डी के दो साल के शासन का रिपोर्ट कार्ड”। पोस्टरों में रेवंत रेड्डी को रोबोटिक हाथों वाली कुर्सी पर बैठे दिखाया गया था और भाजपा ने उन पर ‘भाइयों द्वारा जमीन के सौदे’, ‘दिल्ली को मासिक कर’, ‘हर काम में 25 प्रतिशत कमीशन’ लगाने का आरोप लगाया था।
एक शिकायत के आधार पर, सुमिरन और टीम के सदस्यों साई किरण गौड़ और अजय के खिलाफ बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
सुमिरन के खिलाफ दर्ज मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, केंद्रीय कोयला मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आरोप लगाया कि ‘तेलंगाना में विपक्षी आवाज का घोर दमन और उत्पीड़न जारी है’।
मंगलवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में, किशन रेड्डी ने कहा, ‘एक तरफ, तेलंगाना सरकार एक वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन आयोजित कर रही है, जिसमें अनुमानित नीति, निष्पक्ष विनियमन और कानून के शासन के साथ वैश्विक निवेशकों के लिए हैदराबाद को एक आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा है। दूसरी तरफ, रेवंत रेड्डी सरकार ने एक पोस्टर के लिए भाजपा तेलंगाना के सोशल मीडिया संयोजक को आधी रात में गिरफ्तार कर लिया, जो वास्तव में, सरकार की विफलताओं को काफी सटीक रूप से उजागर करता है।’
भाषा तान्या प्रशांत
प्रशांत