पणजी, 18 जून (भाषा) गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार को कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के भारी दबाव के बाद तत्कालीन केंद्र सरकार ने ‘ऑपरेशन विजय’ शुरू किया और राज्य 1961 में पुर्तगाली शासन से मुक्त हुआ।
सावंत ने ‘गोवा क्रांति दिवस’ के अवसर पर कहा कि अगर देश को आजादी मिलने के समय ही गोवा आजाद हो गया होता, तो इसके विकास की गति कहीं अधिक तेज होती।
गोवा क्रांति दिवस 18 जून को, मडगांव में 1946 में आयोजित उस सार्वजनिक सभा की याद में मनाया जाता है, जिसमें स्वतंत्रता सेनानी राम मनोहर लोहिया ने गोवा की मुक्ति के लिए आह्वान किया था।
सावंत यहां आजाद मैदान में शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र समर्पित करने के बाद एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई, केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपाद नाइक और अन्य लोग मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तटीय राज्य भारत की आजादी के 14 साल बाद पुर्तगाली शासन से मुक्त हुआ था।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिल गई, लेकिन गोवा अगले 14 वर्षों तक पुर्तगाली शासन के अधीन रहा। अगर हम भारत के साथ आजाद हो जाते, तो विकास की गति बहुत तेज होती।’’
सावंत ने कहा कि गोवा पहले तीन वित्त आयोगों का लाभ नहीं उठा पाया, जिसके कारण शुरुआती वर्षों में राज्य में अपेक्षित विकास नहीं हो पाया।
मुख्यमंत्री ने केंद्र और राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों का जिक्र करते हुए कहा कि ‘डबल इंजन’ वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद पिछले 10 वर्षों में गोवा में बड़े पैमाने पर मानवीय और बुनियादी ढांचे का विकास हुआ है।
भाषा मनीषा वैभव
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