इंदिरा गांधी जीवित होतीं तो पूछा जाता कि शिमला समझौते में उन्होंने पीओके क्यों नहीं वापस लिया: हिमंत

इंदिरा गांधी जीवित होतीं तो पूछा जाता कि शिमला समझौते में उन्होंने पीओके क्यों नहीं वापस लिया: हिमंत

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  • Publish Date - May 13, 2025 / 06:10 PM IST,
    Updated On - May 13, 2025 / 06:10 PM IST

गुवाहाटी, 13 मई (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि अगर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी आज जीवित होतीं, तो वह उनसे पूछते कि उन्होंने शिमला समझौते में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को वापस क्यों नहीं लिया या 1971 के युद्ध में भारत की जीत के बाद ‘चिकन नेक कॉरिडोर’ (सिलीगुड़ी गलियारा) को 100 मील तक क्यों नहीं बढ़ाया।

यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को दोनों देशों द्वारा सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सवाल करने का कोई अधिकार नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सेना ने 1971 का युद्ध जीता था। अगर इंदिरा गांधी आज जीवित होतीं तो मैं उनसे पूछता कि उन्होंने इस्लामिक राष्ट्र के निर्माण की अनुमति क्यों दी। उन्होंने शिमला समझौते में पीओके को वापस क्यों नहीं लिया? सिलीगुड़ी गलियारे की चौड़ाई 100 मील से ज्यादा करने के लिए बांग्लादेश से बातचीत क्यों नहीं की।’’

पाकिस्तान के साथ सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति का बचाव करते हुए शर्मा ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उद्देश्य आतंकी नेटवर्क को नष्ट करना था और इसे छह मई की रात को ही सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया।

मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, ‘‘इसके बाद पाकिस्तान ने आतंकवादियों की ओर से जवाबी कार्रवाई की और भारत ने बहुत बहादुरी से उसका जवाब दिया। जब पाकिस्तान को एहसास हुआ कि अगर वे (संघर्ष) जारी रखेंगे तो उनका विनाश हो जाएगा, तब उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया।’’

भाषा शफीक माधव

माधव